धरे रह गए इंतजाम, नहीं पहुंचे उम्मीद के मुताबिक पर्यटक- सिर्फ इतना पहुंचा आंकड़ा
बीते वर्ष जहां रुसी बाइपास में एक हजार से अधिक वाहन रोक पर्यटकों को शटल सेवा से शहर भेजा गया था। वहीं इस वर्ष एंट्री प्वाइंट पर पर्यटक वाहन नहीं रोके गए। जहां पुलिसकर्मियों के साथ शटल सेवा में लगाए गए वाहन चालक पर्यटकों की राह ताकते रहे। टोल संचालक के मुताबिक तल्लीताल क्षेत्र से करीब पांच सौ वाहनों ने प्रवेश किया।
नैनीताल: दो सप्ताह से जिला प्रशासन, पुलिस व पर्यटन कारोबारी थर्टी फर्स्ट पर पर्यटकों की बंपर आमद को लेकर जो तैयारियां किये बैठे थे, वह धरी की धरी रह गई। थर्टी फर्स्ट पर सामान्य वीकेंड जितने पर्यटक भी शहर नहीं पहुंचे। शाम तक शहर के भीतरी पार्किंग स्थल भी फुल नहीं हो सके। जिस कारण पुलिस की ओर से बनाया गया विशेष यातायात प्लान भी लागू नहीं किया गया।
पर्यटन कारोबारियों का कहना है कि शहर के कुछ बड़े होटलों को छोड़ अन्य में शत प्रतिशत कमरे नहीं बिक सके। कारोबारियों ने कहा कि अन्य वर्ष में शत प्रतिशत रहने वाला कारोबार करीब 40 प्रतिशत में सिमट गया। कारोबारी इसके पीछे मैदानी क्षेत्रों में घना कोहरा, कोविड और प्रशासन व पुलिस द्वारा जारी किये गए संदेशों का इंटरनेट मीडिया में गलत तरीके से प्रचार प्रसार होना मान रहे हैं।बता दें कि थर्टी फर्स्ट पर शहर में पर्यटकों की बंपर आमद होने की उम्मीद जताई जा रही थी। जिसको लेकर जिला प्रशासन, पुलिस व पर्यटन कारोबारी दो सप्ताह पूर्व से तैयारियों में जुटे हुए थे। क्रिसमस पर पर्यटन कारोबार बेहतर रहा। कारोबारियों को उम्मीद थी कि थर्टी फर्स्ट पर कारोबार बंपर रहेगा।
जिसके लिए पुलिस ने दो दिन पूर्व ही विशेष यातायात प्लान जारी कर दिया।शनिवार से ही रुसी, नारायण नगर, भवाली मस्जिद तिराहा समेत अन्य बैरियरों पर पुलिसकर्मी तैनात कर दिये गए थे। शनिवार को कारोबार हल्का रहा तो कारोबारियों को रविवार को भीड़ उमड़ने की उम्मीद थी। मगर दोपहर बाद तक शहर में संन्नाटा पसरा रहा। दोपहर बाद कुछ संख्या में पर्यटक पहुंचे। जिस कारण बीते वर्षों की तरह भीड़ नजर नहीं आई। जिससे तैयारियों में जुटे पर्यटन कारोबारियों को निराशा झेलनी पड़ी।लागू नहीं हो सका विशेष यातायात प्लान
शहर में सामान्य वीकेंड में ही पांच हजार से अधिक पर्यटन नैनीताल पहुंचते है। जिनकी संख्या बढ़ने पर पुलिस को पर्यटक वाहन एंट्री प्वाइंट पर रोकने पड़ते है। थर्टी फर्स्ट पर बंपर भीड़ रहने की उम्मीद जताते हुए पुलिस ने भी विशेष यातायात प्लान बनाया था। मगर शाम तक पुलिस का प्लान लागू नहीं हो सकाबीते वर्ष जहां रुसी बाइपास में एक हजार से अधिक वाहन रोक पर्यटकों को शटल सेवा से शहर भेजा गया था। वहीं इस वर्ष एंट्री प्वाइंट पर पर्यटक वाहन नहीं रोके गए। जहां पुलिसकर्मियों के साथ शटल सेवा में लगाए गए वाहन चालक पर्यटकों की राह ताकते रहे। टोल संचालक के मुताबिक तल्लीताल क्षेत्र से करीब पांच सौ वाहनों ने प्रवेश किया। कालाढूंगी मार्ग से करीब सात सौ वाहन शहर पहुंचे होंगे।कारोबारी बोले- बड़े होटल फुल, मगर 40 प्रतिशत तक सिमटा कारोबार
शहर के बड़े होटलों के लिए तो कारोबार अच्छा रहा। दो सप्ताह पूर्व से ही बड़े होटलों में 80 प्रतिशत तक एडवांस बुकिंग हो चुकी थी। जो थर्टी फर्स्ट पर पूरी तरह फुल हो गए। मगर छोटे होटल कारोबारियों के हाथ निराशा लगी। होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन अध्यक्ष दिग्विजय सिंह बिष्ट ने बताया कि कुछ बड़े होटलों को छोड़ शेष होटलों का कारोबार मंदा रहा। भीड़ कम होने के कारण बीते वर्षों तक शत प्रतिशत रहने वाला कारोबार करीब 40 प्रतिशत रहा।कोहरा व कोविड को माना जा रहा वजह
मैदानी क्षेत्रों में घना कोहरा छाने व महानगरों में कोविड के मामलों में एक बार फिर बढ़ोतरी होने से पर्यटन कारोबार प्रभावित हुआ है। जिसका सीधा असर थर्टी फर्स्ट पर देखने को मिला। बड़े होटल संचालकों ने बातचीत में बताया कि पूर्व में एडवांस बुकिंग किये हुए कुछ पर्यटकों ने कोविड के चलते बुकिंग कैंसिल कर दी थी। दिग्विजय सिंह बिष्ट ने बताया कि बीते चार-पांच दिनों से मैदानी क्षेत्रों में घना कोहरा है। ऐसे में पर्यटक घरों से निकलने से बच रहा है।प्रशासन, पुलिस की व्यवस्थाओं पर जताई नाराजगी
शहर में थर्टी फर्स्ट पर बंपर रहने वाला पर्यटन कारोबार करीब 40 प्रतिशत पर आ जाने से पर्यटन कारोबारी प्रशासन व पुलिस की व्यवस्थाओं से बेहद नाखुश नजर आए। दिग्विजय सिंह बिष्ट ने बताया कि प्रशासन व पुलिस की ओर से व्यवस्थाओं को सही तरीके से लागू नहीं कराया गया।इसके अलावा क्रिसमस के बाद से राष्ट्रीय स्तर पर इंटरनेट मीडिया में मसूरी, नैनीताल समेत अन्य पर्यटन स्थल फुल समेत अव्यवस्थाओं को लेकर जो गलत व भ्रामक सूचनाएं प्रसारित की गई उससे भी कारोबार में असर पड़ा है। कहा कि नैनीताल के साथ ही अन्य पर्यटन स्थलों में भी पर्यटकों की आमद कम रही है। इसके अलावा क्रिसमस पर भारी संख्या में नैनीताल पहुंचे पर्यटक लौट चुके है, जिस कारण भी थर्टी फर्स्ट पर कारोबार मंदा रहा।-चप्पे पर पुलिस रही तैनात
शहर में पर्यटकों की आमद कम होने के बावजूद पुलिस मुस्तैद नजर आई। शहर के तल्लीताल डांठ, मल्लीताल रिक्शा स्टेंड, बीडी पांडे अस्पताल चौराहा, मस्जिद तिराहा, चीना बाबा चौराहा, मनुमहारानी चौराहा, सूखाताल, एटीआई समेत अन्य चौराहों के साथ ही मालरोड व बाजार क्षेत्रों में तैनात पुलिसकर्मी गश्त करते रहे। यातायात निरीक्षक आदेश कुमार के साथ पुलिस टीम गश्त लगाकर सड़कों पर खड़े वाहनों को हटवाती रही।