हरिद्वार में वन विकास निगम के खनन पट्टे शुरुआती दौर में ही सुर्खिया बनने लगे
है। हर वर्ष हरिद्वार के वन क्षेत्रों से सटी सहायक बरसाती नदियों में वनविकास निगम खनन लॉट खोलता है। कोटावली, रवासन, कांगड़ी, विशनपुर में खुलने वाली इन लॉटो से सरकार को अच्छा खासे राजस्व की प्राप्ति भी होती है। हर वर्ष छुटपुट तौर पर खनन लॉटो में आपसी तकरार व अवैध खनन को लेकर रार भी होती रहती है। मगर आज तो नजारा कुछ और ही देखने को मिला। आज निगम की रवासन लॉट Wwf का अखाड़ा बन गयी। अखाड़े में पहलवान ऐसे भिड़े की एक दूसरे का सिर फोड़ कर ही माने। गजब तो तब हुआ जब इस फाइट को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया। मामला खबर लिखे जाने तक मुकदमे बाजी तक पँहुच गया है।

वन्ही जब इस चर्चित फाइट को लेकर वन विकास निगम के डीएलम से बात की गई, तो इस फाइट की असल वजह सबको पता चली। बकौल हरिद्वार डीएलम रतिराम के अनुसार मामला खनन कांटो से जुड़ा हुआ है। इन कांटो पर कार्य करने के लिए देहरादून से एक एजेंसी को हायर किया गया है। बाहर की एजेंसी को लेकर ही स्थानीय व बाहरी के बीच वर्चस्व की लड़ाई चल रही है। स्थानीय लोगो का कहना है कि उन्हें कांटे पर कार्य करने के आदेश दिए जाएं। मगर टेंडर तो बाहरी कम्पनी का है, जो इस फाइट का मुख्य कारण है । बहरहाल मामला अब थाने में है।

“जब से विकास निगम का खनन शुरू हुआ है तभी से तोल कांटे वाले अपनी मनमानी पर उतारू है, कांटे के रूम मे 10 10 लोग बैठे रहते है, समय पर

तोल नहीं करते, आज भी दोपहर बाद तक तोल नहीं किया जिससे हम सभी स्थानीय गाड़ी वाली को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, यही नहीं तोल कम्पनी के लोग कहीं भी खडे होकर हमारे रवन्ने चैक करने लगते है जो की इनका अधिकार ही नहीं है, आज जब इसका विरोध किया गया तो इनके द्वारा हमारे ऊपर हमला किया गया जिसमे कई लोग चोटिल हो गए।”
मुकेश सैनी, स्थानीय निवासी ।
इस बार तोल कांटे का टेंडर अमृतसर की लेट्रॉनिक स्केल कम्पनी को हुआ है जिसके चलते उसी कंपनी के लोग तोल कांटे पर कार्य करेंगे, मगर स्थानीय लोग इसका विरोध कर रहे है, इसको लेकर बीच का रास्ता भी निकला गया था की जिस कांटे पर जितने व्यक्तियों की जरुरत होगी उसमे आधे कंपनी के और आधे स्थानीय रखे जाएंगे, मगर आज स्थानीय लोगो द्वारा इसका विरोध करते हुई काम बंद करवा दिया गया था, और शाम होते होते दोनों पक्षो मे झगड़ा हो गया, फिलहाल विभाग की और से भी मुकदमा लिखवाया जायेगा। “