नगर आयुक्त महोदय समाचार पत्रों के माध्यम से ज्ञात हुआ है कि नगर निगम क्षेत्र में मलीन बस्तियों का टैक्स जमा करने के लिए एक शपथ पत्र भरवाने के लिए कहा गया है। जिसमें एक पक्ति गलत लिखी गयी है, जो उनके साथ अन्याय प्रतीत होता है। स्वतन्त्र भारत में सभी नागरिकों को अपनी बात रखने एवं न्यायालय जाने का अधिकार है। अतः हम किसी भी नागरिक को अपना पक्ष रखने के लिए न्यायालय जाने से रोक नहीं सकते हैं।

अतः महोदय से निवेदन है कि उक्त पंक्ति को हटाया जाये और ऐसे शपथ पत्र से पहले एक बोर्ड बैठक / समस्त पार्षदगणों की बैठक बुला लेते। क्योंकि मलीन बस्तियों का टैक्स और मालिकाना हक बोर्ड में ही प्रस्तावित किया गया था।

12. विकास कार्यों को लेकर बोर्ड में जो कार्य पास किये गये थे, उन पर अभी तक कोई अमल नहीं किया गया है और विकास कार्यों की फाईले एक टेबल से दूसरे टेबल पर

कई महीनों से धूल झांक रही है। अतः महोदय से निवेदन है कि अपने अधिकारियों को 02 दिन के अन्दर विकास कार्यों की सभी फाईलों पर यथाशीघ्र आवश्यक कार्यवाही कर अग्रसर करें।

3. लाईटों की व्यवस्था पूरे शहर में बद से बदतर होती जा रही है। कम्पनी के अधिकारी फोन तक नहीं उठा पा रहे हैं और नगर निगम द्वारा जो वादे बोर्ड में हर वाडों में नई टाइटे लगवाने के किये गये थे। पिछले साढ़े चार सालों में किये गये वादे धरातल पर नहीं दिखाई पड़ रहे हैं।

4. महोदय वार्डों में ट्रॉली द्वारा कूडे उठाने की व्यवस्था सुचारू रूप से नहीं हो पा रही है। कई-कई दिनों तक वाडों में कूड़ा पड़ा रहता है, जिससे क्षेत्र के लोग भी वहां कूड़ा डालना शुरू कर देते है और वह क्षेत्र डम्पिंग जोन बन जाता है।

अतः महोदय से निवेदन है कि इन सभी बिन्दुओं पर यथाशीघ्र कार्यवाही कर क्षेत्र की जनता एवं जनप्रतिनिधियों को राहत दिलवाने का कष्ट करें।

इस अवसर पर पार्षद भूपेंद्र कठैत, संजय नौटियाल, सतीश कश्यप, नंदनी शर्मा, अमिता सिंह, सुखबीर बुटोला, विनोद नेगी, विनोद कुमार, योगेश घाघट, चुन्नीलाल,सतीश कश्यप आदि मौजूद थे।