बागेश्वर उपचुनाव में जीत के बाद ना केवल सीएम धामी ने आलाकमान का अपने ऊपर विश्वास और मजबूत कर दिया है वही उपचुनाव मे आएं परिणामो मे धामी ने वो कर डाला जों यूपी सीएम योगी भी नहीं कर पाए

जी हा चंदन राम दास के निधन के बाद ये सीट जितना बीजेपी के लिए जरुरी था लेकिन स्थिति जमीन पर कमजोर लग रही थी लेकिन ये धामी का ही दम था की उन्होंने आखिरी के तीन दिन बागेश्वर मे ही कैम्प कर पूरी तस्वीर ही बदल डाली और जीत बीजेपी के प्रत्याशी की हुई जबकि यू पी के घोसी मे योगी जैसे मुख्यमंत्री होने के बावजूद बीजेपी अपना प्रत्याशी नहीं जीता पाई साफ है आखिरी दम तक पार्टी के पक्ष मे लड़ने की सीएम धामी की कोशिश ही उन्हें अलग परिणाम दिला पाई

साफ है बागेश्वर उपचुनाव में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भारतीय जनता पार्टी को विजय दिलाने में रियल हीरो साबित हुए स्वयं भारतीय जनता पार्टी शुरुआत से ही चुनाव में कांग्रेस की तुलना में कमजोर दिख रही थी लेकिन मुख्यमंत्री पहले ही रणनीति तैयार कर चुके थे जिसका उन्होंने हालांकि खुलासा नहीं किया।

बेहद शांत सरल तरीके से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पहले बागेश्वर उप चुनाव के नामांकन में पार्वती दास के समर्थन में जनसभा करने पहुंचे जबकि मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर बागेश्वर लैंड नहीं हो पाया था बावजूद इसके मुख्यमंत्री अल्मोड़ा से करीब 2 घंटे का सफर सड़क मार्ग  से तय कर कर बागेश्वर पहुंचे थे इसके बाद चुनाव प्रचार के अंतिम दो दिन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पूरी ताकत झोंक दी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी गरुड़ से लेकर बागेश्वर तक जन जन से मिले रैली जनसभा रोड शो के साथ-साथ लोगों से सुबह उठकर भी मिले और प्रत्येक व्यक्ति का अभिवादन स्वीकार करते हुए बड़ी विनम्रता के साथ हाथ जोड़कर भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में वोट करने की अपील की

इस चुनाव को कांग्रेस को लगता था कि आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी रहे बसंत कुमार जो की वित्तीय विधानसभा चुनाव में करीब 16000 वोट लाए थे इसके साथ ही कांग्रेस का यदि अपना वोट मिल जाए तो कांग्रेस कमाल कर सकती है और हर आम और खास को ऐसा ही लग रहा था। जीत का अंतर भले ही कम रहा हो लेकिन जीत तो जीत होती है एक बार फिर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के जनकल्याणकारी योजनाओं पर बागेश्वर की जनता ने मोहर लगा दी है मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह और भी बड़ा और केंद्र के समक्ष और भी मजबूत और आलाकमान के सामने विश्वास का चेहरा बन गए है