ऊर्जा विभाग के गजब हाल है इनके फैसले केवल जनता की जेब काटने के अलावा कुछ नहीं होते बिजली के रेट तो ऊर्जा विभाग बेतहासा बढाकर आम जनता की जेब खाली कर ही रहा है वही अब एक और खेल सिक्योरिटी मनी के रूप मे खेला जा रहा है जिससे ऊर्जा विभाग क़ो जनता की जेब काटने का एक और मौका मिल गया है

जी हा ऊर्जा विभाग मे सिक्योरिटी मनी तब ली जाती है जब किसी का नया मकान बना हो और उसके द्वारा नया बिजली का कनेक्शन लिया जा रहा हो ऊर्जा विभाग उससे सिक्योरिटी मनी के रूप मे पैसा लेता है इतनी बात तो समझ मे आती है लेकिन अब ऊर्जा विभाग ने नया खेल शुरु कर दिया है उनके द्वारा सालो पुराने बिजली कनेक्शन के उपभोक्ताओं से भी सिक्योरिटी मनी ली जा रही है हैरानी की बात ये है कि इस सिक्योरिटी मनी का बिजली के बिल मे कही भी कोई जिक्र नहीं है, बड़ा सवाल पहले तो जिनके पूरने कनेक्शन है उनसे नए सिरे सिक्योरिटी मनी लेने का क्या औचित्य है और अगर किसी निर्देश के बाद UPCL ये ले भी रहा है तो इसकी सार्वजानिक सूचना क्यों उपभोक्ता क़ो नहीं दी जा रही है.

आर्यनगर निवासी विक्रम सिंह ने बताया की जब उन्होंने ऑनलाइन अपना बिजली का बिल जमा कराना चाहा तो पहले सिक्योरिटी मनी के लिए UPCL की website पर उन्हें Pop up किया गया उन्हें लगा की ये ही उनका बिजली का मूल बिल है उन्होंने लगभग 7 हजार रूपए जमा करा दिए लेकिन फिर जब उन्होंने website मे फिर खोला तो उनका मूल बिल उतना ही था जितना उन्हें pay करना था उनके अनुसार वो हैरान रह गए जब उन्होंने बिजली स्टेशन जाकर पूछा तो स्थानीय SDO ने इस सिक्योरिटी मनी के बारे मे बताया

विक्रम सिंह के अनुसार ना तो उन्हें सिक्योरिटी मनी की जानकारी थी और ना ही कही उन्होंने अख़बार मे इसके बारे मे जानकारी पढ़ा की अब पुराने उपभोक्ताओं क़ो भी सिक्योरिटी मनी देनी पड़ेगी उनके अनुसार उनका तो बजट बिगड़ गया है उनके अनुसार उनका 1981 का कनेक्शन है तब उन्होंने सिक्योरिटी मनी दी थी और अब फिर दी है उनके अनुसार सिक्योरिटी मनी तो तब मिलती है जब आप कनेक्शन कटाओ लेकिन अगर कोई कनेक्शन कटाएगा ही नहीं तो फिर ली गई सिक्योरोटी UPCL के ही पास रहेगी यानि अगर मैंने 10 हजार सिक्योरिटी मनी दी तो वो हमेशा केलिए UPCL के बंधक हो गए

उनके अनुसार हम समय पर बिजली बिल दे रहें है तो फिर ये सिक्योरिटी मनी क्यों मांगी जा रही है

साफ है ये केवल विक्रम सिंह की स्थिति नहीं है प्रदेश भर मे कई लोग अब UPCL की सिक्योरोटी मनी से परेशान है.