चमोली एसटीपी हादसा- दोषी कंपनी के सभी अनुबंध निरस्त, जल संस्थान और पेयजल निगम को मिला जिम्मा
नमामि गंगे परियोजना के अंतर्गत चमोली और रुद्रप्रयाग जिलों में बने जिन 18 सीवेज शोधन संयंत्र (एसटीपी) का जिम्मा ज्वाइंट वेंचर कंपनी के पास था उसके सभी अनुबंध निरस्त कर दिए गए हैं।

चमोली एसटीपी हादसे की मजिस्ट्रेटी जांच में इस कंपनी को दोषी ठहराते हुए उसके अनुबंध निरस्त करने और उसे काली सूची में डालने की संंस्तुति की गई थी।नमामि गंगे परियोजना के अंतर्गत चमोली और रुद्रप्रयाग जिलों में बने जिन 18 सीवेज शोधन संयंत्र (एसटीपी) का जिम्मा ज्वाइंट वेंचर कंपनी (जयभूषण मलिक कांट्रेक्टर्स, पटियाला और कांफिडेंट इंजीनियरिंग इंडिया प्रा.लि., कोयंबटूर) के पास था,

उसके सभी अनुबंध निरस्त कर दिए गए हैं। चमोली एसटीपी हादसे की मजिस्ट्रेटी जांच में इस कंपनी को दोषी ठहराते हुए उसके अनुबंध निरस्त करने और उसे काली सूची में डालने की संंस्तुति की गई थी। अब नई व्यवस्था होने तक जल संस्थान और पेयजल निगम ने इन सभी एसटीपी के संचालन का जिम्मा अपने हाथों में ले लिया है। इसके साथ ही कंपनी को काली सूची में डालने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here