रामगढ़-

ब्लॉक के ल्वेशाल गांव में स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय में स्थानीय अभिभावकों के विद्यालय व गुरुजी के हालात ब्लॉग के माध्यम से यूटूयूब पर वायरल करने के बाद शिक्षा विभाग ने कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है। खंड शिक्षा अधिकारी गीतिका जोशी ने वायरल विडियो का संज्ञान लेकर विद्यालय में तैनात शिक्षक से तीन दिन के भीतर स्पष्टीकरण मांग लिया है। वहीं शिक्षक का एक महीने का वेतन भी रोक दिया गया है। खंड शिक्षा अधिकारी ने साक्ष्यों सहित स्पष्टीकरण न देने पर प्रतिकूल प्रविष्टि की चेतावनी दी है।

ल्वेशाल गांव में स्थित प्राथमिक विद्यालय में स्थानीय अभिभावक प्रमोद तिवारी व भुवन ल्वेशाली बीते गुरुवार को विद्यालय पहुंचे। स्कूल बंद होने पर बाहर ही इंतजार किया तथा विडियो बनाना शुरु कर दिया। विद्यालय खुलने के बाद अंदर की स्थिति देख दंग रह गए। विद्यालय में ही बिस्तर लगा मिला, जबकि शराब की खाली बोतलें भी मिली। शिक्षक के बैग से भी शराब निकाली गई। विद्यालय परिसर के आसपास भी कई शराब की खाली बोतलें फेंकी गई थी। बच्चों की पुस्तक देखने में भी लंबे समय से कुछ पढ़ाया ही नहीं गया था।

विडियो के माध्यम से अभिभावकों ने बताया कि विद्यालय में तैनात एकमात्र शिक्षक नौनिहालों के भविष्य से खिलवाड़ कर रहे हैं। अभिभावक प्रमोद ने विडियो को अपने नैनीताल ल्वेशाल ब्लॉग के माध्यम से वायरल कर मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग की। विडियो वायरल होते ही हड़कंप मच गया और शिक्षा विभाग तक भी जा पहुंचा। हरकत में आई खंड शिक्षा अधिकारी गीतिका जोशी ने भी मामले में कड़ा रुख अपना लिया है।

बीईओ गीतिका के अनुसार मामला संज्ञान में आने के बाद शिक्षक को चेतावनी जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया है। तीन दिन के भीतर साक्ष्यों सहित स्पष्टीकरण देने के निर्देश दिए गए हैं। शिक्षक का एक माह का वेतन भी रोक दिया गया है। इधर वीडियो वायरल होने के बाद चर्चा का विषय बन गया है। कई लोगों ने वीडियो देख कड़ी प्रतिक्रिया जताई है। मामले की जांच कर शिक्षक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग भी की है

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