देहरादून:

आज विश्व बाघ दिवस के अवसर पर देश के बाघ अभयारण्यों में कहां इनकी संख्या कितनी बढ़ी और घटी ये पता चलेगा। रामनगर के ढिकुली में होने वाली बैठक में केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे व मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की मौजूदगी में बाघ गणना का पूरा विवरण जारी होगा। पहली बार कार्बेट टाइगर रिजर्व (सीटीआर) को विश्व बाघ दिवस कार्यक्रम की मेजबानी मिली है। इस बार की थीम बाघ संरक्षण में सामुदायिक भागीदारी है। आयोजन में 100 अतिविशिष्ट मेहमान भी शामिल होंगे।
राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) की ओर से हर चार वर्ष में बाघ अभयारण्य और उनके आसपास के क्षेत्रों में बाघों की गणना कराई जाती है। वर्ष 2022 की गणना का परिणाम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बीते नौ अप्रैल को घोषित किया था, जिसमें कुल 3,167 बाघों की मौजूदगी बताई गई। यह आंकड़ा समग्र था। इसमें यह नहीं बताया गया कि किस अभयारण्य में कितने बाघ बढ़े और कितने घटे। अब 29 जुलाई को विश्व बाघ दिवस के मौके पर रामनगर के ढिकुली में देश के सभी 53 बाघ अभयारण्यों का परिणाम जारी होगा। इस दौरान एनटीसीए के सदस्य सचिव, डीआइजी, एआइजी, बाघ अभयारण्यों के निदेशक, उपनिदेशक व मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक भी मौजूद रहेंगे।

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