उत्तराखंड में सांप्रदायिक तनाव का मामला अब कुछ थमता नज़र आ रहा है। उत्तराखंड में हालात सामान्य होने लगे हैं।क्षेत्र विशेष में शांति को देखते हुए जिला प्रशासन ने पुरोला तहसील में लगाई गई धारा 144 को हटा दिया है। वहीं प्रशासन ने आगे भी इसी प्रकार का सौहार्दपूर्ण वातावरण बनाए रखने की अपील की है।

शुक्रवार को पुरोला सहित यमुना घाटी के सभी बाजार खुले। पुरोला बाजार में पुलिस की मौजूदगी के बीच खूब चहल-पहल रही। एसडीएम पुरोला देवानंद शर्मा ने बताया कि क्षेत्र में शांतिपूर्ण माहौल को देखते हुए शाम चार बजे धारा 144 हटा दी गई है।वहीं प्रशासन ने आगे भी इसी प्रकार का सौहार्दपूर्ण वातावरण बनाए रखने की अपील की है।

बता दें कि पुरोला में इसी 26 मई को नाबालिग लड़की को भगाने की घटना सामने आई थी। इस प्रकरण में एक मुस्लिम युवक और उसके दोस्त को गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल और स्थानीय व्यापारियों ने मुस्लिम व्यापारियों के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया। उन्हें दुकानें खाली करने को कहा गया। पुरोला में उपजे विवाद के बाद नगर सहित जनपद में अन्य बाजारों में प्रदर्शन देखने को मिला था। विभिन्न संगठनों ने 15 जून को पुरोला में महापंचायत का एलान कर दिया था। उत्तरकाशी में हिन्दुओं की 15 जून को प्रस्तावित महापंचायत के बाद अब मुस्लिम समाज ने भी महापंचायत करने का एलान किया था।

डीएम, एसपी सहित पूरे प्रशासनिक अमले ने पुरोला में अलग-अलग दिनों में सभी समुदाय के लोगों के साथ शांति बैठक की। हिंदूवादी संगठन महापंचायत करवाने को लेकर अड़े रहे। मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन ने 14 जून से 19 जून तक पुरोला तहसील में धारा 144 लगा दी थी। जिसके बाद विभिन्न संगठनों ने महापंचायत स्थगित कर दी।

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