हल्द्वानी : भोटियापड़ाव चौकी में मानव तस्कर को पकड़ने गई एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग सेल (Anti Human Trafficking Haldwani) की टीम पर जानलेवा हमला हो गया।
आरोपितों ने पूरी टीम को घर के अंदर आधे घंटे तक बंधक बनाए रखा और दो सिपाहियों को पीट दिया। सेल की प्रभारी ललिता पांडे ने किसी तरह हिम्मत दिखाकर टीम को बंधक मुक्त कराया। मामले में पुलिस ने एक ही परिवार के छह लोगों के विरुद्ध सरकारी कार्य में बाधा डालने, बलवा, मारपीट, बंधक बनाने, धमकी व जान से मारने की धाराओं में प्राथमिकी कर मुख्य अपहरणकर्ता समेत चार आरोपितों को गिरफ्तार किया है।

15 वर्षीय किशोरी का अपहरण कर हल्द्वानी लाया गया –
एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग सेल की प्रभारी ललिता पांडे ने बताया कि पश्चिम बंगाल के दक्षिण रायपुर में रहने वाला रज्जक पाइक 10 दिन पहले थाना बसंती पश्चिम बंगाल निवासी 15 वर्षीय किशोरी का अपहरण कर हल्द्वानी लाया था और यहां उसे संजय नगर भोटियापड़ाव में रहने वाली मानव तस्कर तान्या के घर में बंधक बनाकर रखा था। इस मामले में पश्चिम बंगाल के बसंती थाने में किशोरी के अपहरण की प्राथमिकी भी दर्ज है।

मामले की जांच कर रहे विवेचक एसआइ सैमुअल हुसैन ने उन्हें सूचना दी कि किशोरी हल्द्वानी में है। इसके बाद उन्होंने मौके पर पहुंचकर किशोरी को मुक्त कराया। प्रभारी ललिता पांडे ने बताया कि देर रात मानव तस्कर तान्या और अपहरणकर्ता को पकड़ने के लिए वह टीम के साथ दोबारा आरोपितों के घर पहुंचीं, मगर वहां तान्या नहीं मिली। मकान मालिक आसिम रजा से पूछताछ चल रही थी।

इसी बीच उसके स्वजनों ने गेट बंद कर सिपाही मोहन किरौला व राजेंद्र जोशी को घेर लिया और पिटाई कर दी। बल प्रयोग कर वह बमुश्किल गेट खोलकर अंदर पहुंचीं, तभी परिवार के सदस्यों ने बाहर जाने से रोकने के लिए मुख्य गेट को फिर बंद कर दिया और आरोपित रज्जक पाइक को छुड़ाने का प्रयास किया।

उन्होंने हिम्मत दिखाकर टीम को बंधक मुक्त किया और कोतवाली से अतिरिक्त फोर्स बुलाई। कोतवाल हरेंद्र चौधरी ने बताया कि आरोपित आसिम रजा, उसकी पत्नी मीना, बेटे अशद रजा, हसन रजा, अमन व बेटी हासिया पर प्राथमिकी कर जांच शुरू कर दी है। आरोपित मकान मालिक आसिम रजा, उसके बेटे अशद रजा, हसन रजा और अपहरणकर्ता रज्जक पाइक को गिरफ्तार कर लिया है।

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