रुद्रपुर। बीते रोज एक बहू की लाश उसी के घर में मिली। ससुराली कहते रहे कि बहू ने फांसी लगाई है, लेकिन लाश को फंदे से लटकते मृतका के बेटे के अलावा किसी ने नहीं देखा। सूचना पर मौके पर पहुंचे मायके पक्ष के लोगों ने पति और सास पर बहू के कत्ल का आरोप लगाया है। मामले में मृतका के भाई ने कोतवाली पुलिस को तहरीर सौंपते हुए ससुरालियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
शांति विहार कालोनी निवासी स्व.राजेंद्र कुमार ने 17 साल पहले अपनी बेटी नीतू (35) की शादी सिंह कालोनी निवासी अनिल चावला पुत्र मोहन चावला से की थी। कोतवाली पुलिस को तहरीर सौंपते हुए मृतका नीतू के भाई अमित छाबड़ा ने कहा है कि नीतू का पति अनिल खाना खराब था और हमेशा शराब के नशे में धुत रहता था। शराब के लिए वह अक्सर नीतू के साथ मारपीट करता था। जिसमें नीतू की सास विद्या भी सहयोग करती थी। आरोप है कि बीती 20 जून की सुबह करीब सवा नौ बजे नीतू के ससुराल के पड़ोस में रहने वालों ने उसकी मौत की खबर की। वह मौके पर पहुंचे तो लाश जमीन पर रखी थी। जिसके गले में दबाने के काले निशान और कई स्थान पर खरोंच के निशान थे। आरोप है कि नीतू की मौत स्वाभाविक नहीं है। क्योंकि इस मामले में जब सास से पूछा तो उसने कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया और नीतू की मौत से पहले नीतू के एक बेटे को सास ने अपनी बेटी के घर भेज दिया था। जबकि मौके पर मौजूद नीतू के दूसरे बेटे ने बताया कि उसने पिता और दादी को मां की लाश को पकड़े हुए देखा था। इसके बाद सास ने पोते को चुप करा दिया और पूछताछ करने से मना कर दिया। जबकि ससुर से पूछने पर वह फूट फूट कर रोने लगे। खैर, मामले में अब पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। जिसके बाद ही हत्या और आत्महत्या के बीच उलझी गुत्थी सुलझेगी। मायके पक्ष के आरोपों में दम इसलिए भी लग रहा है कि नीतू की मौत से एक दिन पहले पुलिस ससुराल पहुंची थी। दरअसल, उस दिन भी नीतू के पति व सास ने नीतू के साथ बुरी तरह से मारपीट की थी। पुलिस जब मौके पर पहुंची तो नीतू ने कुछ भी बताने से इंकार कर दिया और पुलिस वापस लौट आई। मायके वालों का कहना है कि अगर नीतू ने एक दिन पहले ससुरालियों के खिलाफ कार्रवाई की होती तो आज उसकी मौत नहीं होती।