चाइल्ड लाइन और अनाथालय के फर्जी दस्तावेजों के सहारे ह्यूमन ट्रैफिकिंग करने वाला मोहम्मद मुस्ताक कादरी निवासी बदायूं को हरिद्वार की लक्सर पुलिस ने नाबालिग के अपहरण व रेप में किया गिरफ्तार तो सनसनीखेज खुलासा हुआ। उसके पास से अपहरण कर बेचे गए दो छोटे बच्चे बरामद बरामद हुए।
एसएसपी हरिद्वार अजय सिंह ने कहा है कि अब हरिद्वार में नहीं होने देंगे ह्यूमन ट्रैफिकिंग, सख्त कार्यवाई की तैयारी कर दी है।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि इसी साल 21 अगस्त को वादी सुनीता पत्नी महिपाल (काल्पनिक) निवासी लक्सर हरिद्वार द्वारा अपनी नाबालिग पुत्री को किसी अज्ञात द्वारा बहला फुसलाकर कोल्ड ड्रिन्क में नशीला पदार्थ मिलाकर पिलाकर उसके साथ होटल में गलत काम करने सम्बन्धी तहरीर के आधार पर थाने में गंभीर धाराओं में मु0अ0सं0 773/22 धारा 363, 366, 376 भादवि एवं 3/4 पोक्सो अधिनियम बनाम अज्ञात पंजीकृत किया गया।

प्रकरण नाबालिक बालिका से जुड़ा होने के कारण गंभीर प्रकृति का था परंतु काफी प्रयासों के बावजूद भी मामले में अज्ञात अभियुक्त होने एवं पीडिता का अभियुक्त से किसी प्रकार का कोई सम्पर्क न होने के कारण, अभियुक्त के सम्बन्ध में कोई जानकारी पुलिस को नहीं मिल पा रही थी।

मामले के खुलासे में प्रयासरत पुलिस टीम द्वारा दिन-रात की मेहनत से लगातार सीसीटीवी फुटेज चेक किए गए एवं विभिन्न दिशाओं में मुखबिरों को भेजा गया। पुलिस टीम द्वारा लगातार किए जा रहे प्रयासों के फलस्वरूप एक अभियुक्त मोहम्मद मुस्तक कादरी पुत्र अकील अहमद निवासी सिरसौल पट्टी सीताराम बदायूं उ0प्र0 का नाम प्रकाश में आया जिसको अन्य मुखबिर द्वारा तस्दीक किए जाने पर 16 नवंबर को मुखबिर की सटीक सूचना पर रेलवे स्टेशन लक्सर से पकड़ा गया।

विधिनुसार पूछताछ एवं तलाशी पर मोहम्मद मुस्तक कादरी उपरोक्त के कब्जे से ऐसे दस्तावेज प्राप्त हुए जिससे इसके मानव व्यापार में गहराई से लिप्त होने का शक हुआ। पूछताछ में आश्चर्यजनक खुलासा हुआ। क्षेत्राधिकारी (ऑपरेशन) सुश्री निहारिका सेमवाल प्रभारी निरीक्षक लक्सर यशपाल बिष्ट एवं एएचटीयू टीम के पर्यवेक्षण में मोहम्मद मुस्तक कादरी से पूछताछ करने पर बताया कि लोगों की नजरों में धूल झोंकने के लिए उसने चाईल्ड लाईन व प्रयास अनाथालय दिल्ली के फर्जी दस्तावेज बनाए हैं। हरिद्वार सिडकुल क्षेत्र में किराये का कमरा भी ले रखा था किसी को कोई शक न हो जाए इस कारण आसपास के क्षेत्र में अपने आप को रेलवे चाईल्ड हेल्प लाईन आफिसर बताता था।
अभियुक्त द्वारा बताया कि विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर मैं हमेशा भूले भटके बच्चों आदि आसान शिकार की तलाश में रहता था व मौका मिलते ही चुपके से बच्चा चोरी कर लेता था साथ ही बताया कि अभियुक्त द्वारा अत्यधिक जरूरतमंद लोगों को बच्चा गोद दिलाने के नाम पर लगभग एक 01 वर्ष के बच्चे को दिल्ली बस अड्डे से तथा एक बच्चे को गाजियाबाद से चोरी कर उन्हें देहरादून एवं बदायूं में बेच दिया था।

विधिनुसार पूछताछ एवं तलाशी पर मोहम्मद मुस्तक कादरी उपरोक्त के कब्जे से ऐसे दस्तावेज प्राप्त हुए जिससे इसके मानव व्यापार में गहराई से लिप्त होने का शक हुआ। पूछताछ में आश्चर्यजनक खुलासा हुआ। क्षेत्राधिकारी (ऑपरेशन) सुश्री निहारिका सेमवाल प्रभारी निरीक्षक लक्सर यशपाल बिष्ट एवं एएचटीयू टीम के पर्यवेक्षण में मोहम्मद मुस्तक कादरी से पूछताछ करने पर बताया कि लोगों की नजरों में धूल झोंकने के लिए उसने चाईल्ड लाईन व प्रयास अनाथालय दिल्ली के फर्जी दस्तावेज बनाए हैं। हरिद्वार सिडकुल क्षेत्र में किराये का कमरा भी ले रखा था किसी को कोई शक न हो जाए इस कारण आसपास के क्षेत्र में अपने आप को रेलवे चाईल्ड हेल्प लाईन आफिसर बताता था।
अभियुक्त द्वारा बताया कि विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर मैं हमेशा भूले भटके बच्चों आदि आसान शिकार की तलाश में रहता था व मौका मिलते ही चुपके से बच्चा चोरी कर लेता था साथ ही बताया कि अभियुक्त द्वारा अत्यधिक जरूरतमंद लोगों को बच्चा गोद दिलाने के नाम पर लगभग एक 01 वर्ष के बच्चे को दिल्ली बस अड्डे से तथा एक बच्चे को गाजियाबाद से चोरी कर उन्हें देहरादून एवं बदायूं में बेच दिया था।

दिल्ली से बच्चा चोरी होने की घटना के संबंध में थाना कश्मीरी गेट पर मु0अ0सं 543/22 धारा 363भादवि पंजीकृत है जबकि जनपद गाजियाबाद से चुराये हुए बच्चे के सम्बन्ध में विभिन्न माध्यमों से गंभीरतापूर्वक जानकारी की जा रही है। अभियुक्त मोहम्मद मुस्तक कादरी की निशांदेही पर लक्सर पुलिस टीम तथा एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (हरिद्वार) द्वारा विशेष प्रयासों से अपहृत दोनों बच्चो को सकुशल बरामद किया गया है जो अपने आप में एक बेहतर उपलब्धि है।

पूरे देश में कई लोग बच्चा तो गोद लेना चाहते हैं परंतु गोद लेने से पहले बच्चे की पूरी जानकारी नहीं करते इसी बात का फायदा इस प्रकार के बेहद शातिर अभियुक्त उठा लेते हैं।
अभियुक्त मोहम्मद मुस्तक कादरी बेहद शातिर है जिसके द्वारा अन्य लोगो से भी बच्चा गोद दिलाने के नाम पर कई कई लाख रूपये वसूल कर रखे थे। अभियुक्त यदि पकडा न जाता तो आने वाले समय में किसी भी परिवार के बच्चे को चुराकर गंभीर घटना कर सकता था।

अभियुक्त के खिलाफ ह्यूमन ट्रैफिकिंग के अंतर्गत भी अभियोग पंजीकृत है। अभियुक्त के मानव दुर्व्यपार में सम्मिलित होने के सम्बन्ध में कोतवाली लक्सर पर प्रभावी धाराओं में अलग से अभियोग पंजीकृत किया गया है। जिस पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

उक्त मामले (लक्सर) में अभियुक्त मुस्ताक द्वारा नाबालिक को रेलवे स्टेशन हरिद्वार से बहला- फुसलाकर कोतवाली हरिद्वार क्षेत्रांतर्गत शोभा लॉज में ले जाकर दुराचार किया गया तत्समय होटल मालिक द्वारा नाबालिक की आईडी प्राप्त न करने के संबंध में उसके विरुद्ध भी कड़ी कार्रवाई की जा रही है।

अभियुक्त मोहम्मद मुस्तक कादरी के पूर्व में बच्चा चोरी की घटना को देखते हुए ऐसी संभावना है कि इसके द्वारा भारतवर्ष के अन्य स्थानों पर भी ऐसी घटना कारित की गई हो इसलिए अभियुक्त मुस्ताक का फोटो मीडिया कर्मियों से शेयर किया जा रहा है ताकि..अगर किसी क्षेत्र से बच्चा चोरी होने की घटना घटित हुई हो व आसपास सीसीटीवी कैमरे लगे हों तो संबंधित पुलिस (विवेचक) अथवा परिजन अभियुक्त मुस्ताक से सीसीटीवी फुटेज एवं अन्य माध्यमों से उसका मिलान कर सकें।
घटना के कई महीने हो जाने के बावजूद भी मामले के खुलासे हेतु मैन्युअल पुलिसिंग एवं अनगिनत सीसीटीवी कैमरे चेक कर रहे एसआई मनोज नौटियाल व एस आई गीता चौहान का विशेष योगदान रहा।

अभियुक्त मोहम्मद मुस्तक कादर
दिल्ली में गाजियाबाद से अपराध दो नाबालिक बच्चे जिन्हें जनपद देहरादून उत्तराखंड एवं जनपद बदायूं उत्तर प्रदेश से बरामद किया।

पुलिस टीम में इंचार्ज कोतवाली लक्सर यशपाल सिहं बिष्ट व वरिष्ठ उपनिरीक्षक अंकुर शर्मा, चौकी प्रभारी भिक्कम्पुर, मनोज ममगाईं चौकी प्रभारी सुल्तानपुर मनोज नौटियाल, उपनिरीक्षक गीता चौहान शामिल थे।

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