हल्द्वानी। दुर्गा सिटी सेंटर में कोचिंग इंस्टीट्यूट संचालक के घर में दो दिन पहले बदमाशों ने धावा बोल कर गृहस्वामिनी की हत्या कर दी तथा पति को गंभीर रूप से घायल कर दिया। बदमाश उसे मरणासन्न हालत में छोड़ गए। बदमाश घर से सोने चांदी के जेवरात, नकदी व मोटरसाइकिल भी ले गए। गृहस्वामी को गंभीरावस्था में निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मामले की जानकारी उस वक्त हुई जब गुरुवार को गृहस्वामी का दोस्त उसके घर पहुंचा। महिला का शव नग्नावस्था में मिला है। जिससे बलात्कार की आशंका से भी इंकार नहीं किया जा सकता। सूचना पर एसएसपी जन्मेजय खंडूरी मौके पर पहुंच गए।
कोतवाली क्षेत्र की टीपी नगर पुलिस चैकी क्षेत्रांर्गत रामपुर रोड पर ग्राम बेड़ा पोखरा में पंचायत घर के समीप इंजीनियरिंग की कोचिंग चलाने वाले 40 वर्षीय भुवन चंद्र भट्ट अपनी 35 वर्षीय पत्नी राधा भट्ट व सात वर्षीय बेटी अनन्या के साथ रहते हैं। भुवन भट्ट दुर्गा सिटी सेंटर में कोचिंग सेंटर चलाते हैं। बताया जाता है कि मंगलवार की रात को किसी पहर में बदमाशों ने ड्राइंग रूम में लगी ग्रिल तोड़ कर घर में प्रवेश किया। बदमाशों ने धारदार हथियार से राधा भट्ट पर हमला किया, जिससे उसका कान कट गया और मौके पर ही उसकी मौत हो गई। भुवन चंद्र के सिर पर कोई वस्तु दे मारी, जिससे वह बेहोश हो गया। वह भी निर्वस्त्र अवस्था में मिला। घटना के वक्त उनकी सात वर्षीय बेटी अनन्या अपनी ननिहाल गई थी। बदमाशों ने पूरा घर खंगाला। माना जा रहा है कि बदमाश घर में रखे जेवरात, नकदी व उनकी मोटरसाइकिल भी ले गए। भुवन के मकान में दूसरी मंजिल पर सुशीला तिवारी अस्पताल के डाक्टर गुरविंदर सिंह किराए पर रहते हैं। घर में बाइक न देखकर उन्हें कोई शक नहीं हुआ और वह फिर नाइट ड्यूटी करने चले गए। उधर, भुवन चंद्र के कोचिंग सेंटर न पहुंचने पर उनके मोबाइल फोन पर कॉल की जा रही थी, मगर फोन रिसीव नहीं हो रहा था, जिस पर भुवन के एक मित्र गुरुवार की सुबह उनके घर पहुंचे। घर अंदर से बंद था और दरवाजा खटखटाने पर कोई आवाज नहीं आ रही थी, जिस पर उन्होंने राधा के भाई उमेश चैबे जो गोरा पड़ाव में रहते हैं को इसकी सूचना दी। उमेश चैबे अपनी पत्नी के साथ भुवन के घर पहंचे। दरवाजा तोड़कर अंदर जाने पर भीतर का नजारा देखकर हड़कंप मच गया। बेडरूम में भुवन भट्ट और राधा निर्वस्त्र पड़े थे। राधा का शव दो दिन पुराना लग रहा है, जिससे यह माना जा रहा है कि उसकी घटना वाले दिन ही मौत हो गई थी। पूरा घर अस्त व्यस्त पड़ा था और ड्रॉइंग रूम की खिड़की की ग्रिल निकली थी। शोर शराबा हुआ तो भारी संख्या में लोग एकत्र हो गए। भुवन भट्ट की सांसे चल रही थी, जिस पर उन्हें तत्काल बृजलाल अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया है।
घटना की जांच के लिए चार टीम का गठन
एसएसपी जन्मेजय खंडूरी ने घटना के खुलासे के लिए एसपी अमित श्रीवास्तव के नेतृत्व में चार टीमों का गठन किया है। इसके साथ ही घटना के खुलासे के लिए फोरेसिंक टीम ने फिंगरप्रिंट सहेजे। साथ ही डॉग स्क्वॉयड की मदद भी ली गई। हालांकि डाग स्क्वॉयड पुलिस को कोई खास सुराग नहीं दे सका। बलात्कार की आशंका पर एसएसपी ने कहा कि ऐसे कोई निशान तो नहीं हैं, लेकिन पोस्टमार्टम के बाद स्थिति स्पष्ट हो पाएगी। उनका कहना है कि चोरी के उद्देश्य से घुसे शातिर अपराधियों ने इस वारदात को अंजाम दिया है। मौके पर एसओजी की टीम के साथ ही चार थानों की पुलिस फोर्स भी बुला ली गई है।
आशीर्वाद निकेतन। यानि कोचिंग सेंटर संचालक भुवन भट्ट का मकान। जहां दो दिन तक महिला का शव पड़ा रहा और गृहस्वामी भुवन भट्ट दो दिन तक भूखा प्यासा बेहोश पड़ा रहा और पड़ोसियों को कानों कान खबर तक नहीं लगी। कोचिंग न पहुंचने पर भुवन को फोन किया गया और कॉल रिसीव नहीं हुई। घर में रहने वाले किराएदार डाक्टर गुरविंदर सिंह को भी कल कोई शक नहीं हुआ।
कोचिंग संचालक की बेटी अनन्या ननिहाल जाने की वजह से बच गई। अन्यथा वह भी अपराधियों की क्रूरता का शिकार हो सकती थी। बताया जाता है कि कक्षा दो में पढने वाली अनन्या तीन दिन पहले ही अपनी ननिहाल गई थी।