देहरादून।
आखिरकार मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और पुलिस प्रशासन के मनोबल के बाद अंकिता के परिजनों ने कल शाम अंकिता का अंतिम संस्कार कर दिया। लेकिन अभी भी परिजनों को अंकिता के डिटेल पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है। दरअसल, परिजनों के साथ ही स्थानीय निवासी आरोपियों को फांसी की सजा दिलाने की मांग कर रहे है। तो वही, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यह स्पष्ट कर दिया है कि यह मामला फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाया जाएगा और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी। लिहाजा, पुलिस के साथ ही इस मामले की जांच के लिए गठित एसआईटी टीम भी जांच की कार्यवाही में जुटी हुई है।
उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने अंकिता मर्डर केस के पूरे मामले पर कहा कि पुलिस प्रशासन पूरी तरह से जांच कर रही है और दोषियों पर 302 और 201 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। हालांकि, पहले इन्हें जुडिशल रिमांड पर लिया गया था लेकिन अब पीसीआर पर लिए जाने की कवायद की जा रही है। इसके साथ ही मुख्य आरोपी पुलकित पर गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करने की तैयारी भी पुलिस कर रही है। दरअसल, पूर्व में भी पुलकित के कुछ मामले सामने आए थे उन मामलों को भी पुलिस उजागर करते हुए इसी मामले के साथ जोड़ रही है।
अंकिता के परिजन और स्थानीय निवासी लगातार इस बात पर जोर दे रहे हैं कि आरोपी की गिरफ्तारी के बाद ही उनके रिजॉर्ट पर बुलडोजर चला दिया गया था जिसके चलते साक्ष्यों के साथ छेड़छाड़ किया गया है। हालांकि, इस मामले पर बीजेपी अशोक कुमार ने कहा कि पुलिस अधिकारियों से बातचीत हुई है लिहाजा साक्ष्य के साथ कोई भी छेड़छाड़ नहीं हुआ है बल्कि फॉरेंसिक जांच के साथ ही उन साक्ष्यों को भी संकलित कर लिया गया है।
यही नहीं, डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि आरोपी पुलकित के रिजॉर्ट की जानकारी भी ली जा रही है साथ ही उसे जुड़े तमाम अन्य मामलों के साक्ष्य भी एकत्र कर रहे हैं। हालांकि, वर्तमान समय में पुलिस के पास अंकिता मर्डर केस को लेकर पर्याप्त साक्ष्य उपलब्ध है और उन साक्ष्य को पूरी तरह से पुलिस विभाग संकलित कर रही है ताकि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जा सके।