बाजपुर। देशभर में भारतीय किसान यूनियन के आह्वान पर शुक्रवार से शुरू हुई दस दिनी हड़ताल दूसरे दिन भी जारी रही। शहर में किसानों ने सड़कों पर दूध और सब्जियां फेंक कर केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर नारेबाजी की।
बता दें कि किसानों की दस दिनी हड़ताल के चलते आज भी किसानों का प्रदर्शन जारी रहा। शहर में किसानों ने कई स्थानों पर छापेमारी की। किसानों ने शहरी क्षेत्र को जाने वाली दूध और सब्जियों आदि की आपूर्ति को रोक दिया। इस दौरान कई स्थानों पर आपूर्तिकर्ताओं और किसानों के बीच जमकर नोकझोंक भी हुई। बावजूद इसके सभी सब्जियों और दूध के वाहनों को गांव में ही रोक दिया गया। इससे आंचल दूध की समितियों में भी दूध की आपूर्ति नहीं हो पाई। चोरी छिपे सब्जियां और दूध लेकर जा रहे वाहनों चालकों पर किसानों का गुस्सा फूट पड़ा। किसानों ने वाहनों को रोककर सब्जियों और दूध को सड़क पर बिखेर दिया। इस दौरान किसानों ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
किसानों का आरोप है कि जो आमदनी किसानों की पहले थी उससे भी कम हो गई है। महंगाई बढ़ती जा रही है लेकिन किसानों के उत्पादों का मूल्य इतना गिर गया है कि उससे अधिक उर्वरकों का खर्चा आ रहा है। इतना ही नहीं प्रधानमंत्री बीमा योजना के तहत किसानों को कोई लाभ नहीं दिए दिया गया। किसानों ने कहा कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार की ओर से कर्ज माफी के वायदे भी पूरे नहीं किये गए हैं जिससे किसान आत्महत्या करने को मजबूर हैं।