चमोली। जी हां यूनेस्को द्वारा घोषित चमोली जिले की खूबसूरत भ्यूंडार वैली में पुष्पावती के एक छोर पर स्थित विश्व धरोहर फूलों की घाटी नेशनल पार्क को आज पर्यटकों एंव प्रकृति प्रेमियों के लिए खोल दिया गया है। फूलों की घाटी पार्क प्रशासन नें पूरे 87.5वर्ग किमी० के ईलाके में सुरक्षा सहित आवाजाही के लिये सभी पैदल पुलों और पगदंडियों को दुरस्त कर दिया है,मुख्य गेट से लेकर बामड़ धौड़, स्यूचंद मेरी मैमोरी प्वाईंट रिवर साईड तक का पूरा पैदल मार्ग पर्यटकों की आवाजाही के लिये तैयार है, तो जगह जगह पर वनकर्मियों को भी तैनाद किया गया है,आज पहले दिन खबर लिखे जानें तक पार्क में भारतीय पर्यटकों का एक दल प्रवेश कर चुका था, दून माह के आरम्भ में अभी घाटी में हरियाली शुरु हो रही है,ऐसे में पर्यटकों को फिलहाल घाटी में पहुंचकर फूलों की विभिन्न प्रजातियों पोटेंटिला, एस्टर, बटरकैप, प्रिमुला, जिरेनियम कैम्पान्युला सहित कई प्रकार के दुर्लभ पुष्पों के अलावा पार्क की दुर्लभ जैवविविधता का दीदार करनें को मिलेगा। घाटी के प्रति पर्यटकों के बढ़ते आकर्षण से फूलों की घाटी राष्ट्रीय पार्क प्रशासन भी काफी उत्साहित है।
वैसे तो फूलों की घाटी किसी परिचय की मोहताज नहीं रही है। यहां पांच सौ से अधिक प्रजातियों के फूल खिलते हैं, जिनमें बहुत सी दुर्लभ प्रजातियां भी हैं। वर्ष 6 सितम्बर 1982 को यह छेत्र नेशनल पार्क बना तो वर्ष 2005 में इस घाटी को यूनेस्को से विश्व धरोहर साईट का दर्जा मिला था। इस समय घाटी का मौसम खुशगवार है और फूल भी खिलने शुरू हो गए हैं। नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क प्रशासन के अनुसार तकरीबन 45 प्रजाति के फूल घाटी में अभी खिले हुए हैं। पार्क के वनक्षेत्राधिकारी बी०एल०भारती नें बताया कि फूलों की घाटी जैव विविधता का अनुपम खजाना है। यहां न केवल सैकड़ों प्रजाति के फूल देखे जा सकते हैं, बल्कि 250 से अधिक प्रजाति के पक्षी 70 प्रजाति की दुर्लभ तितलियां समेत अन्य प्राणियों का प्रवास भी यहां है। कहा कि शहरों में पड रही गर्मी और यहां के खुशगवार मौसम ने साथ दिया तो इस बार फूलों की घाटी पर्यटकों से गुलजार रहेगी।
वहीं फूलों की घाटी खुलने से पर्यटन व्यवसायी भी खासे उत्साहित हैं। क्षेत्र के पर्यटन व्यवसायी विवेक पंवार और औली नैचर रिसोर्ट के प्रभारी सुभाष पंवार,विजय डिमरी का कहना है कि फूलों की घाटी पर्यटकों, खासकर विदेशी पर्यटकों की पहली पसंद रही है। इस बार बदरीनाथ व हेमकुंड की यात्रा करने के बाद पर्यटक फूलों की घाटी का रुख कर रहे हैं। इससे यहां का पर्यटन व्यवसाय चमकने की उम्मीद है।