रुड़की: उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत रुड़की पहुँचे जहा उन्होंने कांग्रेसियों से मुलाकात की। इस दौरान हरीश रावत मीडिया से रूबरू हुए और सत्तापक्ष पर जमकर हमला बोला। रावत ने चंपावत में हुए उपचाव पर सवाल उठाते हुए कहा कि कांग्रेस प्रत्याशी को अपेक्षा से कम वोट मिले जबकि कम से कम 15 हजार वोट मिलने चाहिए थे, उन्होंने सत्तापक्ष पर वोट व बूथ कैप्चर करने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार के लोगों ने सीएम को ज्यादा मार्जन से जिताने के लिए चुनाव प्रणाली का उलंघन किया है। जिसकी प्रदेशाध्यक्ष ने न्यायिक जांच की मांग की है। इसके साथ ही जब उनसे पूछा गया कि कांग्रेस प्रत्याशी ने कहा है कि चुनाव मैंने लड़ा है कांग्रेस ने नही, इस सवाल पर रावत ने साफ कहा कि इस मामले पर वह कोई टिप्पणी नही करना चाहेंगे। वही उन्होंने कहा देश मे नेहरू, गांधी, अम्बेडकर सामाजिक न्यायप्रणाली को कायम रखने के लिए कांग्रेस को शक्ति देनी पड़ेगी। उन्होंने कहा कांग्रेस ने आठ दशकों से 21 वी सदी का भारत बनाया जिसमे संचार क्रांति से लेकर पंचायत क्रांति, खाने का अधिकार, काम का अधिकार, शिक्षा का अधिकार, स्वास्थ्य का अधिकार तमाम अधिकार दिए, अर्थ व्यवस्था के स्वरूप को बदला, रावत ने कहा कुछ गलतियां रही है जिनपर चिंतन हो रहा है, उनको सुधारा जाएगा। उन्होंने कहा हम रहे कर्म करने में और वो अधार्मिक नारे देकर जनता को अपने साथ खड़ा कर लिया, रावत ने कहा राष्ट्रीय कांग्रेस तो राष्ट्रवाद/भारतीयता की प्रतीक है, भारतीय जनता पार्टी तो हमारी नकल कर रही है लेकिन भोंडे तरीके से नकल कर रही है। लोगो को नकल का पता चल रहा है अब लोग असल की तरफ आएंगे। रावत ने अपनी गलती मानते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव में उन्हें रामनगर से लालकुआं चुनाव लड़ने नही जाना चाहिए था जिससे जनता में गलत संदेश गया। इसके बाद उन्होंने काग्रेसी कार्यकर्ताओं से मुलाकात की।