हरिद्वार जिले के भगवानपुर में सांप्रदायिक घटना के बाद गृह विभाग ने सभी जिलाधिकारियों और पुलिस कप्तानों को निर्देश जारी किए हैं। प्रदेश में धार्मिक शोभा यात्राएं अब पुलिस के कड़े पहरे में निकाली जाएंगी। अराजक तत्वों की पहचान के लिए खुफिया तंत्र को सक्रिय कर दिया गया है। आपराधिक इतिहास वाले ऐसे तत्वों पर पुलिस कड़ी निगरानी रखेगी।
प्रमुख सचिव गृह रमेश कुमार सुधांशु द्वारा जारी पत्र में कहा गया है कि 16 अप्रैल को हनुमान यजंती के अवसर पर निकाली गई शोभायात्रा पर एक धर्म विशेष के लोगों द्वारा पथराव की घटना से प्रदेश के सांप्रदायिक सौहार्द एवं कानूनव्यवस्था के लिए अप्रिय स्थिति उत्पन्न हुई। अराजक तत्वों पर कसेगा शिकंजा प्रदेश में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वाली घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए लिए प्रशासन और पुलिस को पूरी तरह से सजग रहने और अराजक तत्वों पर
शिकंजा कसने के निर्देश दिए गए हैं।
खुफिया तंत्र को चौकस किया
अराजक तत्वों की पहचान के लिए स्थानीय अभिसूचना इकाइयों को सक्रिय कर दिया गया है। निर्देश दिए गए हैं कि ऐसे तत्वों की पहचान उजागर होने पर तत्काल कठोर कानूनी कार्रवाई की जाए।
आपराधिक इतिहास वालों पर कड़ी निगरानी
अन्य राज्यों से उत्तराखंड आने वाले ऐसे अराजक तत्व जिनका आपराधिक इतिहास है, पर पुलिस की कड़ी निगरानी रहेगी। इस संबंध में राज्यों सरकारें से समन्वय स्थापित किया जाएगा।
अफवाह फैलाने वालों पर होगी कड़ी कार्रवाई
सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वाली अफवाहों पर पुलिस सख्त कार्रवाई करेगी। अफवाहों को रोकने और इन पर काबू करने के लिए प्रभावी व सार्थक उपाय करने के निर्देश दिए गए हैं। अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई होगी।
- संवेदनशील क्षेत्रों में शांति समितियों की नियमित बैठकें होंगी
- धार्मिक जुलूसों व शोभा यात्राओं के लिए पहले से मार्ग तय होंगे
- तनाव वाले संभावित क्षेत्रों से निकलने वाले जुलूस की सुरक्षा के लिए
- पर्याप्त पुलिस बल उपलब्ध रहेगा।
- अप्रिय घटना की समग्र सूचना पुलिस कंट्रोल रूम के माध्यम से गृह विभाग को दी जाएगी।
- उत्तराखंड संस्कृतिक धर्म और अध्यात्म का केंद्र है। उत्तराखंड में शांति व्यवस्था बनी रहनी चाहिए। कानून व्यवस्था बनी रहनी चाहिए। उसके लिए जो भी आवश्यक अभियान है वह चलाया जाएगा।