हरिद्वार। प्रदेश सरकार के लाख दावों के बावजूद सरकारी विभागों में रिश्वतखोरी का खेल रुकने का नाम नहीं ले रहा है। देहरादून से आई विजिलेंस विभाग की विशेष टीम ने शनिवार दोपहर कनखल क्षेत्र के एक बिजली घर पर छापेमारी कर एक अधिकारी को 20 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि रिश्वत मांगने की शिकायत बीजेपी पार्षद ने की थी। टीम ने फिलहाल रिश्वतखोर अधिकारी को हिरासत में ले लिया है।

कनखल क्षेत्र में भाजपा पार्षद के भाई से बिजली कनेक्शन के नाम पर 20 हजार की रिश्वत मांगना ऊर्जा निगम के एसडीओ को भारी पड़ गया। शनिवार दोपहर देहरादून से आई विजिलेंस टीम ने रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। आरोपी एसडीओ कनेक्शन के लिए चार महीने से पीड़ित को चक्कर कटा रहा था। गिरफ्तारी के बाद विजिलेंस ने बंद कमरे में घंटों तक एसडीओ से पूछताछ की गई। वहीं, इस कार्रवाई से ऊर्जा निगम कर्मियों में हड़कंप मचा रहा।

पुलिस के मुताबिक, जगजीतपुर के राजा गार्डन से भाजपा पार्षद लोकेश पाल के भाई महेश पाल ने खोखरा तिराहा के पास नया मकान बनाया है। मकान में बिजली का कनेक्शन लेने के लिए उन्होंने चार महीने पहले ऑनलाइन आवेदन किया था, लेकिन एसडीओ संदीप शर्मा कभी निरीक्षण तो कभी निचले कर्मचारियों की रिपोर्ट का बहाना बनाते हुए टाल मटोल कर रहा था।
आरोप है कि एसडीओ ने कनेक्शन की एवज में 20 हजार की रिश्वत मांगी थी। पीड़ित की ओर से इसकी सूचना विजिलेंस के टोल फ्री नंबर 1064 पर दी गई। जिसके बाद विजिलेंस ने एसडीओ को रंगे हाथ पकड़ने के लिए पूरा जाल बिछाया। तय योजना के अनुसार शनिवार दोपहर महेश पाल पैसे लेकर पहुंचा जैसे ही एसडीओ ने रकम हाथ में पकड़ी, विजिलेंस ने रंगे हाथ दबोच लिया। इससे ऊर्जा निगम कर्मचारियों में अफरा-तफरी मच गई। विजिलेंस टीम ने घंटों तक पूछताछ करने के साथ ही दफ्तर में फाइलें भी खंगाली।
वहीं, भाजपा पार्षद द्वारा इस मामले में स्वयं एसडीओ को फोन किया था। जिस पर उसने साफ कहा कि आप पार्षद हो इसलिए आपको पांच हजार की छूट देता हूं। आप पंद्रह हजार जमा करा देना।

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