जोशीमठ। बद्रीनाथ धाम का मुख्य पड़ाव है जोशीमठ वहा पानी के लिए हाहाकार मचा है क्या मंदिर तो क्या गुरुदारे तो क्या अस्पताल या घर पानी की एक एक बूंद के लिए भगवान से लेकर मनुष्य हर किसी को पानी के तरसना पड़ रहा है एक और इन दिनो बद्रीनाथ और हेमकुंड की यात्रा चरम पर चल रही वही पानी की किल्लत से यात्रा पर आये तीर्थ यात्री भी परेशान है पानी की कमी से जोशीमठ के व्यापारी भी परेशान है और व्यापारियो मे व्यापक रोष भी दिख रहा है गौरतलब यह भी है कि जोशीमठ मे 2008 और 2009 मे पानी को लेकर बड़ा आंदोलन भी हुआ था जिसमे जल विद्युत परियोजना एनटीपीसी ने 15 करोड़ की योजना स्वीकृत कर जोशीमठ मे पेयजल संकट से निजात मिल सके की गई पर जल निगम और जल संस्थान की बड़ी लापरवाही के कारण आज तक यह योजना ठंडे बस्ते मे पड़ी है वही जो पानी मिल भी रहा है वह दूषित बह रहा है जिसकी वजह से बिमारिया भी फैल रही है जोशीमठ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जोशीमठ के अधिक्षक संजय कुमार गुप्ता ने लोगो से अपील की है कि जोशीमठ मे बहने वाला दूषित पानी न पीए वही जल संस्थान के जेई ने संदीप आर्य ने बताया कि इस बार बारिश कम होने से 40ः प्राकृतिक स्रोत सुख गये है जिसकी वजह से पानी की कमी ज्यादातर बड़ गई है हालांकि विभाग भी अब मौसम पर अपनी आश लगाए बैठा है जोशीमठ मे मंदिर अस्पताल और घर पानी की बूंद के लिए तरस रहे विभाग मौसम बदलने का इंतजार कर रहा है और जनता पानी के लिए हाहाकार मचा रही है देखना होगा कि बद्रीनाथ धाम का मुख्य पड़ाव जोशीमठ पानी की समस्या से कब निजात पाता है।
पानी के लिए जोशीमठ में मचा हाहाकार
EDITOR PICKS
निलंबित बीईओ दमयंती रावत पर अब एक और मामले में कार्रवाई...
Web Editor - 0
निलंबित बीईओ दमयंती रावत पर अब एक और मामले में कार्रवाई की तैयारी, ये बड़ा सवाल भी उठादयमंती रावत को भवन एवं अन्य सन्निर्माण...