उत्तराखण्ड के जनपद ऊधमसिंह नगर के खटीमा कोतवाली क्षेत्र में एक पूर्व सैनिक की विधवा ने कुछ युवकों पर उसके खाते से 17 लाख उड़ाने की शिकायत करने को दर-दर भटकने को मजबूर होना पड़ा।
सैनिक की विधवा महिला का आरोप है कि आरोपित युवकों ने उसके नाबालिग बेटे को किसी मोबाइल गेम में उलझाकर बैंक खाते से 17 लाख रुपये निकाल लिए।
पीड़ित महिला डेढ़ सप्ताह तक चक्कर काटती रही, लेकिन महिला की शिकायत करने के बाद भी पुलिस ने नहीं सुनी तो पीड़ित महिला ने मुख्यमंत्री से शिकायत की। इसके बाद हरकत में आई पुलिस ने पड़ताल शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि पुलिस ने तीन लाख रुपये वापस दिला दिए हैं।
चकरपुर के बूढ़ाबाग निवासी पार्वती चंद ने पुलिस को दी तहरीर में कहा कि ग्राम बूढ़ाबाग व अमाऊ निवासी दो युवक उसके घर आए। उन्होंने उसके नाबालिग पुत्र प्रियांशु चंद को बहला-फुसलाकर उसके मोबाइल पर फ्री फायर ऑनलाइन गेम खिलाया। इस बीच उन्होंने पार्वती के बैंक खाते का कोड पता कर लिया। उसके बाद मोबाइल पर जबरन गेम का एप डाउनलोड करा दिया और प्रियांशु को ऑनलाइन गेम खिलाने लगे।
दोनों आरोपित युवकों ने पीड़ित महिला के बेटे को गेम खिलाते-खिलाते पीड़ित महिला के एसबीआई चकरपुर के खाते से 7 अगस्त 2021 से अक्तूबर 2021 के अंत तक 17 लाख रुपये कई खातों में ट्रांसफर करा लिए।
जब पीड़िता 26 नवंबर को पासबुक प्रिंट कराने बैंक गई तब उसे उसके खाते से रुपये निकलने की जानकारी हुई। पार्वती ने मामले में कार्रवाई की मांग की। आरोप है कि वह पिछले डेढ़ सप्ताह से पुलिस के चक्कर काट रही है, लेकिन कोई सुध नहीं ली गई।
पीड़िता महिला ने बताया कि वह रविवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मिली और मामले से अवगत कराया। सीएम धामी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एसएसपी को कार्रवाई के निर्देश दिए। एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने पीड़ित महिला को कोतवाली बुलाकर मामले की जानकारी ली।
प्रभारी कोतवाल देवेंद्र गौरव ने बताया कि मामले में स्थानीय तीन युवकों से पूछताछ की गई। युवकों के परिजनों के आपसी समझौते पर तीन लाख रुपये पीड़िता को वापस दिला दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले में जांच पड़ताल चल रही है। बाकी के पैसे भी जल्द से जल्द महिला के खाते में वापस करा दिए जाएंगे।