देहरादून
दून मेडिकल कालेज चिकित्सालय में भर्ती एक युवती की सही देखरेख न होने पर उसकी मां ने स्वास्थ्य मंत्री को फोन मिला दिया। अपनी पीड़ा उन्हें सुनाई। कहा कि न कोई चिकित्सक सही ढंग से उनकी बेटी को देख रहा है और न उसे चढ़ाने के लिए प्लेटलेट्स का ही इंतजाम हो पा रहा है। अपनी बात कहते वह फफक पड़ी। जिस पर स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत देरशाम अस्पताल पहुंच गए। उन्होंने इस पर नाखुशी जाहिर की। प्लेटलेट्स का इंतजाम कराने के साथ ही चिकित्सकों को निर्देश दिए कि युवती के इलाज में किसी तरह की कमी न रहे। दरअसल, श्रीनगर निवासी 20 वर्षीय खुशबू रावत को नाक व मुंह में ब्लीडिंग के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उसके प्लेटलेट्स भी डाउन थे, तो चिकित्सक ने स्वजन को इसका इंतजाम करने की सलाह दी। पर काफी जतन के बाद भी प्लेटलेट्स का इंतजाम नहीं हुआ। वहीं युवती की स्थिति में भी बहुत सुधार नहीं दिख रहा था। ऐसे में युवती की मां ने स्वास्थ्य मंत्री को फोन पर अपनी आपबीती सुनाई। मंत्री ने अस्पताल पहुंचकर चिकित्सक व स्टाफ की क्लास ली। उनका कहना था कि इस तरह की स्थिति नहीं पैदा होनी चाहिए। मरीज की हर जरूरत के लिए चिकित्सक व स्टाफ जिम्मेदार है। अस्पताल प्रबंधन इस बात का ख्याल रखे कि मरीज को किसी तरह की दिक्कत न उठानी पड़े। क्योंकि अस्पताल व्यक्ति तभी आता है जब वह तकलीफ में होता है। उसे किसी व्यवस्थागत खामी के चलते दिक्कत नहीं होनी चाहिए। जो काम उनके आने पर हुआ वह पहले हो जाना चाहिए था। इधर, अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डा. केसी पंत का कहना है कि युवती के नाक से ब्लीडिंग नहीं रुक रही थी। पर अब स्थिति बेहतर है। तीन यूनिट प्लेटलेट का इंतजाम अस्पताल के ब्लड बैक से किया गया है। जबकि चार यूनिट आइएमए ब्लड बैैंक से मंगवा लिया है। चिकित्सक युवती को देख रहे हैैं।