टिहरी
बीते पांच दिन से आतंक का पर्याय बन चुका आदमखोर गुलदार आखिरकार मार गिराया गया है. मंगलवार शाम गुलदार शिकारी जाहिर बख्शी की गोली का शिकार हुआ. गुलदार के ढेर होने के बाद ग्रामीणों का डर थोड़ा कम हुआ है, लेकिन अलग-अलग इलाकों में गुलदार ने दो महिलाओं को निवाला बनाया. ऐसे में ग्रामीण अभी भी खौफजदा थे.
देवप्रयाग विधानसभा क्षेत्र के हिंडोलाखाल ब्लॉक के दुरोगी गांव में गुलदार ने एक महिला गुन्द्री देवी (50) को निवाला बनाया. दुरोगी की गुन्द्री देवी पत्नी मदन लाल खेतों में काम कर रही थी, तभी गुलदार ने हमला कर उसे खाई में गिरा दिया. सूचना के बाद वन विभाग की टीम और ग्रामीणों ने महिला की खोजबीन शुरू की, जिसके बाद महिला का शव जंगल के पास खाई में पड़ा मिला.
नरभक्षी गुलदार कई दिनों से छाम, दुरोगी गांव में सक्रिय था. पहले गुलदार ने ग्रामीणों के मवेशियों को अपना निवाला बनाना शुरू किया. उसके बाद सबसे पहले दुरोगी की एक महिला पर हमला बोल दिया, जिसका उपचार चल रहा है. जिसके बाद गुलदार छाम गांव के भगवती दास की पत्नी को आंगन से उठा ले गया और जिसका शव खेत में पड़ा मिला. इस घटना के बाद से लोग खौफजदा थे.
वहीं, घटना के बाद दुरोगी गांव के लोग खौफजदा हो गए और गुलदार को पकड़ने की मांग को लेकर धरना भी दिया. ग्रामीणों ने मृतक महिलाओं समेत घायल महिला के परिजनों को मुआवजा दिए जाने की मांग भी की है. इतना ही नहीं स्थानीय विधायक विनोद कंडारी को दुरोगी गांव पहुंचने पर स्थानीय लोगों का विरोध झेलना पड़ा
आदमखोर एक गुलदार को मार गिराया गया है. देवप्रयाग के रेंजर बीरेंद्र पुंडीर ने बताया कि मारा गया गुलदार नर था. जिसकी उम्र 4 से 5 साल के बीच थी. उन्होंने कहा कि पोस्टमॉर्टम के बाद ही बताया जा सकता है कि आखिर गुलदार इतना हमलावर क्यों हुआ