रुद्रपुर। रविवार को भी नगर निगम का सांकेतिक अतिक्रमण हटाओ अभियान जारी रहा। दुकानों के आगे बने चबूतरों पर घन हथौड़े चले। विधायक राजकुमार ठुकराल के पैत्रिक आवास स्थित दुकानों का फर्श भी तोड़ दिया गया।रहा। मुख्य नगर आयुक्त जयभारत सिंह ने कहा कि निगम के पास फुटपाथ बनाने के लिए धनराशि मौजूद है। निगम ने लोक निर्माण विभाग के साथ मिल कर फुटपाथ की पैमाइश भी शुरू कर दी है। रविवार को मुख्य बाजार में नगर आयुक्त जय भारत सिंह, एसडीएम युक्ता मिश्रा व एएसपी स्वतंत्र कुमार सिंह की मौजूदगी में दूसरी साइड का अतिक्रमण हटाओ अभियान शुरू हुआ। नगर निगम टीम के साथ भारी मात्रा में पुलिस फोर्स मौजूद थी। नगर निगम के कर्मचारी दुकानों के आगे बने चबूतरों पर घन चला रहे थे, वहीं जेसीबी भी पक्के चबूतरे उखाड़ती नजर आई। अतिक्रमण की जद में आ रही विधायक ठुकराल के पैत्रिक निवास की दुकानों पर भी घन चलाए गए। अभियान बाटा चौक से शुरू होकर भगत सिंह चौक होता हुआ गल्ला
मंडी तक चला। इस दौरान तमाशबीनों की भीड़ भी मौजूद रही। पूरे दिन बाजार में गहमा गहमी रही। कुछ व्यापारी खुद तोडऩे के लिए मोहलत मांगते नजर आए तो कुछ ने खुद ही अपना अतिक्रमण हटा लिया। नगर आयुक्त जयभारत सिंह ने बताया कि मुख्य बाजार में फुटपाथ बनाने के लिए नगर निगम के पास पर्याप्त धनराशि मौजूद है। नगर निगम ने रविवार को ही पैमाइश भी शुरू करा दी है। बताया कि इसी हफ्ते फुटपाथ के लिए स्टीमेट बन जाएगा और निगम पूरे बाजार में एक सिरे से फुटपाथ बनाएगा। इससे बाजार और सुंदर दिखने लगेगा। नगर आयुक्त ने कहा कि जहां लाल निशान लगे हैं, वहां अतिक्रमण हटेगा यह बात तय है। लिहाजा लोग नुकसान से बचने के लिए खुद भी अतिक्रमण हटा सकते हैं।
मंदिर की दुकानें बचानें को बेहड़ व ठुकराल बैठे धरने पर
वहीं दूसरी ओर
मुख्य बाजार में गुरुनानक कांप्लैक्स एवं हरी मंदिर की दुकानों को बचाने के लिए पूर्व मंत्री तिलकराज बेहड़ व विधायक राजकुमार ठुकराल एक ही स्थान पर धरने पर बैठ गए। धार्मिक संस्थानों के प्रतिष्ठानों को बचाने के लिए जमकर नारेबाजी की। मजहब के नाम पर विरोध देखकर प्रशासन के कदम ठिठक गए। विरोध के कारण नगर निगम टीम इन दुकानों को छोड़ कर आगे बढ़ गई। हालांकि नगर आयुक्त जयभारत सिंह ने कहा कि इन धार्मिक संस्थाओं के पदाधिकारियों की बैठक बुला कर बात की जाएगी। हाईकोर्ट का आर्डर है, लिहाजा जहां भी लाल निशान लगे हैं वहां से अतिक्रमण हटना तय है। उन्होंने कहा कि लॉ एंड आर्डर देखना भी जरूरी होता है। बातचीत के बाद कोई न कोई हल जरूर निकल आएगा।
रविवार को मुख्य बाजार में जब अतिक्रमण हटाओ अभियान शुरू हुआ तो हरि मंदिर की दुकानों को बचाने एवं गुरुनानक कांप्लैक्स को बचाने के लिए तमाम नेता एकत्र हो गए। उन्होंने धरना शुरू करके प्रशासन की टीम का विरोध शुरू कर दिया। धरने पर पूर्व मंत्री बेहड़ व विधायक ठुकराल भी बैठे। धार्मिक संस्थानों के लोगों का कहना था कि उनके प्रतिष्ठान नहीं तोड़े जाएं। विधायक ने तो यहां तक कहा कि धार्मिक स्थानों के मामले में प्रशासन पक्षपात नहीं कर सकता। पहले काशीपुर रोड स्थित धार्मिक संस्थान को तोड़ा जाए। एक बार तो स्थिति तनावपूर्ण जैसी हो गई। एक ओर पुलिस और दूसरी ओर धार्मिक संस्थानों से जुड़े लोग आमने सामने आ गए। स्थिति को भांप कर प्रशासन ने दोनों ही संस्थानों की दुकानों को फिलहाल छोड़ कर जेसीबी आगे बढ़ा दी। धार्मिक संस्थाओं के प्रतिष्ठान बचने के बाद धरना खत्म कर दिया गया।
नगर आयुक्त जयभारत सिंह ने कहा कि मुख्य बाजार साफ कराने के बाद बाजार से जुड़ी गलियों का नंबर आएगा। उस वक्त किसी को कोई मोहलत नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा कि जिन लोगों का पक्का निर्माण है वह खुद हटवा लें तो बेहतर रहेगा। श्री सिंह ने कहा कि सारा चिह्नित अतिक्रमण हटा कर हाईकोर्ट को रिपोर्ट देनी है, लिहाजा बचना कोई नहीं है। कहा कि जैसे ही मुख्य बाजार का कार्य पूरा हो जाएगा, वैसे ही गलियों का भी नंबर आना है। गलियों में बने पक्के अतिक्रमण लोग खुद हटा लें अन्यथा जेसीबी चलानी मजबूरी होगी।
अतिक्रमण की आंच से घिरे बाजार में मौजूद गुरुद्वारे और हरि मंदिर पर पीला पंजा चलने की नौबत आई तो व्यापारी एक जुट गए। भारी भीड़ शिव मंदिर की सीढियों पर दरी डाल कर बैठ गई और जय जय श्रीराम के नारे लगानी लगी। मंदिर के ठीक बगल में गुरुद्वारा है और गुरुद्वारे को पीले पंजे से बचाने के लिए लोगों की भीड़ यहां भी जुट गए। अब एक ओर से जय जय श्रीराम के नारे सुनाई दे रहे तो दूसरी ओर जो बोले सो निहार की आवाज एक स्वर में गूंज रही है। लोग चाहते थे कि प्रशासन अतिक्रमण तोड़े, लेकिन गुरुद्वारे और मंदिर को छोड़ दिया जाए।