पिछले कुछ दिनो से विरोध प्रदर्शन पर बैठे थे ग्रामीण ।
आज उपजिलाधिकारी जोशिमठ बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर बैनाक़ुली के सामने अलकनंदा नदी के दूसरे छोर पर बसा खीरों वैली पर चल रहे खनन कार्य का जायज़ा लेने पहुँचे जहाँ पिछले कई दिनो से लामबगड , पटूडी गाँव के ग्रमिणो द्वारा कार्य मानक के अनुरूप ना होने पर विरोध प्रदर्शन पर बैठे थे ।
बदृश स्वायत समिति लामबगड के द्वारा वर्ष 2013 की देविय आपदा में खीरों वैली में बह कर आये मलवे का खनन कर क्रेशर प्लांटो को बेचा जा रहा हे । जिससे ग्रमिणो में आक्रोश के चलते ग्रामीण पिछले कुछ दिनो से कार्य स्थल पर विरोध प्रदर्शन पर बैठे थे ग्रामीण महेंद चौहान , गुडडी देवी , अनिता देवी , पवित्रा देवी सहित उपस्तिथ ग्रमिणो का कहना हे कि यहाँ पर कार्य दायी संस्था द्वारा हमारे खीरों गाँव के लिए खनन कर ख़तरा किया जा रहा गाँव के मार्ग पर उग रहे छोटे छोटे पेड़ों को मशीनो द्वारा हटाया जा रहा हे जिससे पर्यावरण को नुक़सान हो सकता हे ओर बरसात में नदी के जलस्तर बढ़ने से गाँव को भी ख़तरा हो सकता हे जिसको देखते हुए हम ग्रामीण यह कार्य रोक कर आगे कार्य नहीं करने देंगे वही गाँव के नवयुवकों द्वारा लगातार सोशल मीडिया पर भी इस कार्य की आलोचनाए की जा रही हे ।
आज ज़िलाधिकारी जोशिमठ कुमकुम जोशी ने कार्य स्थल पहुँच कर विरोध प्रदर्शन में बैठे ग्रमिणो से वार्ता कर मामले की जानकारी ली उपजिलाधिकारी कुमकुम जोशी का कहना हे कि लामबगड की क्वारी में खनन की अनुमति ज़िला प्रशासन द्वारा दी गयी हे जो की अवैध नहीं हे लेकिन ग्रामीण महिलाओं की कुछ आपत्तियाँ हे जिनसे कि बातचीत की जा रही हे ओर जिनका निश्तारण करने के प्रयास किए जा रहे हे ।
इस अवसर पर महेंद चौहान , महेंद लाल , जयदेव , अनिता देवी , पवित्रा देवी , गुड्डी देवी सहित अन्य ग्रामीण उपस्तिथ रहे ।