बद्रीनाथ धाम की यात्रा सुव्यवस्थित तरीके से चल रही है। हर रोज यहाॅ हजारों श्रद्वालु भगवान बद्रीनाराण के दर्शनों का पुण्य अर्जित कर रहे है।
बद्रीनाथ धाम में इस बार जिला प्रशासन द्वारा तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए कुछ खास व्यवस्थाऐं भी की गई है। जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया की पहल पर तीर्थयात्रियों के लिए स्थानीय उत्पाद से खास पंचबद्री प्रसादम् तैयार किया गया है। तीर्थयात्रियों को बद्रीनाथ धाम में ही पांचों बद्री धामों का पुण्य प्रसाद मिल सके इसके लिए पंत्रबद्री प्रसाद का अलग से स्टाॅल लगाया गया है। स्वयं सहायता समूहों की आजीविका संवद्र्वन हेतु ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत स्थानीय उत्पादों से तैयार पंचबद्री प्रसादम् की न्यूनत दरों पर बिक्री की जा रही है। पंचबद्री प्रसाद्म में चैलाई के लड्डू, गुलाब जल, बद्रीश तुलसी, धूप एवं सरस्वती जल को रखा गया है, जिसे कागज के गत्ते से बने डिब्बों में पैक करके जूट से बने प्रसाद बैग के साथ तीर्थयात्रियों को बेचा जा रहा है। पंचबद्री प्रसादम् के स्टाॅल पर प्रसाद लेने के लिए श्रद्वालुओं की खासी भीड लगी रहती है। इससे आजीविका से जुड़ी महिलाओं में भी खासा उत्साह बना हुआ है। इस बार यात्रा शुरू होने के बाद अब तक पंचबद्री प्रसाद्म के स्टाॅल से 2 लाख 15 हजार रुपये से अधिक की ब्रिकी हो चुकी है।
तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए धाम में बनाए गए पूछताछ केन्द्र में स्थापित पीए सिस्टम के माध्यम से श्रद्वालुओं को निरन्तर बद्रीनाथ धाम एवं अन्य धार्मिक स्थलों के साथ-साथ महत्वपूर्ण जानकारियां दी जा रही है। पूछताछ केन्द्र तप्तकुंड के निकट बनाया गया है। वही धाम में आस्था पथ पर तीन एलईडी स्क्रीन लगाई गई है, जिनके माध्यम से श्रद्वालुओं को खास संदेश एवं आवश्यक जानकारी दी जा रही है। वही धाम में सीसीटीवी कैमरे से यात्रियों की सुरक्षा के पुख्ता इंतेजाम किए है और तीर्थयात्रियों को पल-पल की जानकारी दी जा रही है। यात्रामार्ग पर पीपलकोटी, जोशीमठ तथा गोविन्द घाट में भी एलईडी स्क्रीन के माध्यम से सुरक्षित यातायात, आवश्यक सेवाएं, आपात स्थिति में दूरभाष नम्बरों, पाॅलीथीन मुक्त चारधाम यात्रा सहित अन्य आवश्यक जानकारियां दी जा रही है। जिले के पर्यटन स्थलों की जानकारी लोगों को आसानी से मिले सके इसके लिए पर्यटन विभाग ने यात्रामार्ग पर कर्णप्रयाग, पीपलकोटी एवं बिष्णुप्रयाग में बडी बडी होर्डिग्स लगाई गई है।
धाम के सभी आंतरिक मार्गो, प्रमुख स्थलों, स्नानघाटों पर नियमित साफ सफाई रखने के लिए जिला प्रशासन ने इस बार पुख्ता इंतेजाम किए है। बद्रीनाथ धाम में पाॅलिथीन पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया गया है वही स्नानघाटों पर साबुन से नहाने पर भी रोक है। ब्रदीनाथ में अलकनंदा नदी के तटों को सुन्दर और आकर्षक एवं धाम में भक्तिमय वातावरण बनाने के लिए नदी किनारे व प्रमुख स्थलों पर सुन्दर वाॅल पेंन्टिग बनाई गई है। वाॅल पेंन्टिग के माध्यम से धार्मिक, सांस्कृतिक एवं पर्यटन से जुडी जानकारियों व प्रमुख संदेश तीर्थयात्रियों तक पहुॅचाने का प्रयास किया गया है।