• मुख्यमंत्री ने की चार धाम यात्रा व्यवस्थाओं की समीक्षा
  • श्रद्धालुओं के हित में ऑफलाईन रजिस्ट्रेशन की संख्या को 1500 से बढ़ाकर 2000 प्रतिदिन किये जाने के दिये निर्देश
  • प्रदेश में पेयजल की कमी को दूर करने के लिये प्रभावी कार्ययोजना तैयार करने के भी दिये निर्देश

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को मुख्यमंत्री आवास, देहरादून में चार धाम यात्रा व्यवस्थाओं की समीक्षा की। चार धाम यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुये श्रद्धालुओं की सुविधा के दृष्टिगत मुख्यमंत्री ने हरिद्वार व ऋषिकेश में ऑफलाईन रजिस्ट्रेशन की संख्या को 1500 से बढ़ाकर 2000 प्रतिदिन किये जाने के निर्देश अधिकारियों को दिये हैं। उन्होंने कहा कि चार धाम यात्रा को सुगम व सुरक्षित बनाना हमारा उद्देश्य है। इस व्यवस्था से जुड़े सभी अधिकारी प्रतिबद्धता के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन करें।

मुख्यमंत्री ने प्रदेश में पेयजल की कमी को दूर करने के लिये प्रभावी कार्ययोजना तैयार करने के भी निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जल संचय एवं जल संवर्द्धन के प्रति संजीदगी के साथ योजना बनाने पर ध्यान दिया जाए। इसे जन आंदोलन के रूप में संचालित करने के लिये आम जनता को इससे जोड़ने के प्रयास किये जाएं। इसके लिये मुख्यमंत्री ने जल संचय, जल संवर्धन तथा भू-जल स्तर में सुधार के लिये बनायी जाने वाली कार्ययोजना के लिये सचिव श्री शैलेश बगोली तथा विशेष सचिव श्री पराग मधुकर धकाते को नोडल अधिकारी नामित किये जाने के भी निर्देश दिये हैं।