कोलंबो। दिनेश कार्तिक ने आखिरी गेंद पर छक्का लगाकर ट्राई सीरीज के फाइनल में बांग्लादेश के खिलाफ टीम इंडिया को शानदार जीत दिलाई। कार्तिक तब बल्लेबाजी करने आए थे, जब महज दो ओवर बाकी थे। उन्हें महज आठ गेंद खेलने को मिली, जिसमें उन्होंने 29 रन ठोंक कर टीम को यादगार जीत दिलाई।
स्थित बहुत तनावपूर्ण थी, लेकिन इस विकेट कीपर बल्लेबाज ने अपना दिमाग ठंडा रखा। मैच के बाद कार्तिक ने अपनी इस खूबी राज का खोला। उन्होंने बताया कि वे इस तरह के शॉट्स खेलने की रोज प्रैक्टिस करते हैं।
बकौल कार्तिक, मैंने गेंद की लाइन को पढ़ा और उसकी ओर पूरी ताकत से बल्ला घुमाया। किस्मत ने साथ दिया और गेंद अच्छी तरह कलेक्ट हुई और सिक्सर लग गया।
कार्तिक तब बल्लेबाजी करने आए थे, जब टीम का स्कोर 133 रन पर पांच विकेट था। उन्होंने अपनी पहली तीन गेंद पर दो छक्के और एक चौंका जड़ दिया।
कार्तिक के मुताबिक, जब मैं बल्लेबाजी के लिए अपनी बारी का इंतजार कर रहा था, तब ही मुझे आभास हो गया था कि बल्लेबाजी आसान नहीं है। खासतौर पर मुस्ताफिजुर को खेलना मुश्किल था। मैंने तय कर लिया था कि जाकर सीधे बाउंड्री लगाऊंगा। ऐसा ही किया और कामयाबी मिली।
मैन ऑफ द मैच चुने गए कार्तिक के अनुसार, टीम इंडिया में जगह पाना अब मुश्किल हो गया है। इसलिए हर मौके को भुनाना बेहद जरूरी है। जब आप अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हैं, तब यह संभव हो पाता है।
32 वर्षीय कार्तिक ने अब तक 23 टेस्ट, 79 वनडे और 19 टी-20 खेले हैं। अब यह खिलाड़ी कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए आईपीएल खेलेगा।