ऋषिकेश: बैराज पुल होते हुए पशुलोक कॉलोनी में घुसा हाथी, वन कर्मचारियों ने पार्क में खदेड़
ऋषिकेश के चीला-बैराज मोटर मार्ग पर बैराज पुल होते हुए एक हाथी कॉलोनी में घुस गया। स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी। वन कर्मचारियों ने कड़ी मशक्कत के बाद हाथी का रेस्क्यू कर उसे सुरक्षित पार्क क्षेत्र की ओर खदेड़ दिया।
चीला-बैराज मोटर मार्ग पर बैराज पुल होते हुए एक हाथी अचानक पशुलोक बैराज कॉलोनी में घुस गया। हाथी के कॉलोनी की सड़क पर आवाजाही करने से स्थानीय लोगों में हड़कंप मच गया। कई लोगों ने हाथी की चहलकदमी का वीडियो बनाकर उसे सोशल मीडिया में अपलोड कर दिया। स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी। मौके पर पहुंचे राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क के गौहरी रेंज वन कर्मचारी और ऋषिकेश रेंज के वन कर्मचारियों ने कड़ी मशक्कत के बाद हाथी का रेस्क्यू कर उसे सुरक्षित पार्क क्षेत्र की ओर खदेड़ दिया।
गौहरी रेंज अधिकारी राजेश जोशी ने बताया कि घटना रविवार करीब अपराहन दो से तीन बजे की है। एक हाथी बैराज जंगल से अचानक बैराज पुल होते हुए पशुलोक बैराज कॉलोनी की ओर निकल गया। हाथी के कॉलोनी में घुसने की सूचना उन्हें स्थानीय लोगों की ओर से जैसे ही मिली वैसे ही वन कर्मचारियों की टीम घटनास्थल की ओर रवाना हुई। कड़ी मशक्कत के बाद वन कर्मचारियों ने हाथी को वीरभद्र मंदिर के समीप गंगा नदी से सीधे गौहरी रेंज के पार्क क्षेत्र में खदेड़ दिया।
इस दौरान काफी समय तक हाथी आसपास लोगों के लिए कोतूहल का विषय भी बना रहा। हाथी के बैराज कॉलोनी में प्रवेश करने से कई लोगों में दहशत फैल गई। वन कर्मचारियों की टीम लगातार हाथी की चहलकदमी पर निगरानी बनाए हुए है। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि वन विभाग की लापरवाही के कारण हाथी रियासी इलाके में घुस रहा है।
वन कर्मचारी अपनी ड्यूटी के प्रति गंभीर नहीं हैं। हाथी चीला-बैराज होते हुए बैराज पुल से कॉलोनी की ओर निकला, जबकि बैराज पुल के समीप वन विभाग का बैरियर है, इससे साफ पता चलता है कि वन कर्मचारी भी अपने कार्य के प्रति जिम्मेदार नहीं हैं। गोहरी रेंज अधिकारी राजेश जोशी ने बताया कि वन कर्मी पार्क क्षेत्र में गस्त पर थे। इसी दौरान हाथी वहां से गुजर गया।