Home उत्तराखण्ड केदारनाथ में लेज़र शो का विरोध आस्था के तर्क पर आधारहीन 

केदारनाथ में लेज़र शो का विरोध आस्था के तर्क पर आधारहीन 

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देहरादून । कतिपय कांग्रेस नेताओं द्वारा केदारनाथ धाम में लेज़र शो को आस्था के विपरीत बताए जाने को भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी ने हास्यास्पद बताते हुए कहा कि यह शो हमारी सांस्कृतिक परम्परा के उस अंग का हिस्सा है जिसमें हम भगवान की लीलाओं को विभिन्न तरीकों से प्रदर्शित करते हैं। कांग्रेस का यह विरोध तर्क पर कहीं नहीं टिकता। सच यह है कि यह भ्रम फैलाने की कांग्रेस की राजनीतिक चाल का हिस्सा है।
यहाँ एक बयान में भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी डॉ देवेंद्र भसीन ने कहा कि यदि कांग्रेस नेता इतिहास को पढेंगे तो उन्हें स्वयं ज्ञात हो जाएगा कि हिन्दू संस्कृति में ईश्वर के जिन विभिन्न रुपों की आराधना होती है उन्हें कई तरीकों से प्रस्तुत करने की परंपरा भी है। इसी परंपरा में गीत, संगीत, नृत्य ,लीला मंचन औऱ पिछले कुछ दशकों से ध्वनि प्रकाश आधारित आयोजन शामिल हैं। इसी के चलते आध्यात्मिक विषयों पर फिल्में व टीवी सीरियल भी बने हैं और बन रहे हैं। रामलीला मंचन हो या कृष्ण लीला मंचन या ऐसे ही अन्य आयोजन इन सब में मानवों को भगवान का रूप दिया जाता है।
डॉ भसीन ने कांग्रेस नेताओं को याद दिलाया कि विजय दशमी के दिन दिल्ली, देहरादून सहित देश में विभिन्न स्थानों पर रावण दहन से पूर्व उपस्थित विशिष्ट जन भगवान राम के पात्रों को नमन करते हैं। क्योंकि यह सब कुछ भावना से जुड़ा है और भगवान भी भावना ही देखते हैं।
उन्होंने कहा कि केदारनाथ धाम में होने वाला लेज़र शो इसी परंपरा के क्रम में हैं जिसमें नई तकनीक का उपयोग किया गया है। यदि कांग्रेस नेताओं के तकनीक विरोध की बात मान ली जाए तो चारधाम यात्रा तो पुराने समय के अनुरूप पैदल ही होनी चाहिए और यात्रा के लिए बस, कार, हेलीकाप्टर सभी को बंद कर दिया जाना चाहिए। क्योंकि ये समय के साथ यात्रा का अंग बने हैं।
डॉ भसीन ने कहा कि सच यह है कि सत्ता से बाहर होने से कांग्रेस नेता परेशान हैं और विरोध के लिए विरोध कर रहे हैं।यह बौखलाहट कांग्रेस के केंद्र से लेकर प्रदेश तक दिखाई दे रही है। जबकि प्रधानमंत्री जी देश को बदल रहे हैं और नए युग की ओर ले जा रहे हैं।
भाजपा मीडिया प्रभारी ने कांग्रेस नेताओं के इस दावे को खोखला बताया कि प्रदेश मे उनकी सरकार ने केदारनाथ में बहुत काम किया। सच यह है कि उस समय भी केन्द्र ने भारी मदद की थी और केंद्रीय एजेंसी ने काम किया। कांग्रेस के नेता तो उस समय भी भृष्टाचार में लिप्त थे।
उन्होंने कहा कि जहाँ केंद्र व प्रदेश की भाजपा सरकारें केदारनाथ सहित चारधाम यात्रा को सफल बनाने के लिए सतत प्रयास कर रही हैं वही कांग्रेस नेताओं के बयान गलत संदेश दे रहे हैं। प्रधानमंत्री जी का आगमन उत्तराखंड के लिये बहुत महत्वपूर्ण है । उनकी यह यात्रा पूरी दुनिया में सकारात्मक संदेश देने वाली भी है।

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