Home उत्तराखण्ड STF और सीसीपीएस के कार्यों की हुई समीक्षा, दिए ये निर्देश

STF और सीसीपीएस के कार्यों की हुई समीक्षा, दिए ये निर्देश

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आज दिनांक 24 जनवरी, 2024 को श्री ए0पी0 अंशुमान,अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध एवं कानून व्यवस्था, उत्तराखण्ड की अध्यक्षता में पुलिस मुख्यालय स्थित सभागार में एस0टी0एफ0/ सी0सी0पी0एस0 के कार्यों की समीक्षा की गयी ।

गोष्ठी में श्री आयुष अग्रवाल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ द्वारा एस0टी0एफ0, सी0सी0पी0एस0, ए0एन0टी0एफ0 व एफ0एफ0यू0 के उत्कृष्ट कार्यो, विवेचनाओं व राष्ट्रविरोधी / कुख्यात अपराधियों के विरूद्व कार्यवाही, अभिसूचना संकलन, ईनामी अपराधियों की गिरफ्तारियां, कारागार में निरूद्ध शातिर अपराधियों के सम्बन्ध में सूचना संकलन, वन्य अपराधियों एवं ड्रग्स फ्री देवभूमि मिशन के अर्न्तगत नशे तस्करों के विरूद्व कार्यवाही के सम्बन्ध में विस्तृत प्रस्तुतिकरण के माध्यम से प्रकाश डाला गया।

श्री ए0पी0 अंशुमान, अपर पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था द्वारा गोष्ठी के दौरान निम्न दिशा-निर्देश निर्गत किये गये-
1. एस0टी0एफ0, सी0सी0पी0एस0 व ए0एन0टी0एफ0 को सुदृढ करने हेतु जनशक्ति बढ़ाने का निर्णय लिया गया।
2. Cyber Centre of Excellence, AI-ML (Artificial Intelligence & Machine Learning) लैब स्थापित करने हेतु शासन को प्रस्ताव प्रेषित करने के निर्देश दिये गये ।
3. कारागारों में निरूद्व सभी अपराधियों पर एस0टी0एफ0 की टीम द्वारा सर्तक दृष्टि रखी जायेगी, एस0टी0एफ, स्थानीय पुलिस एव स्थानीय अभिसूचना इकाई से समन्वय बनाए रखेगी ताकि सम्बन्धित थाना क्षेत्रों में निवास करने वाले अपराधियों के सम्बन्ध में सूचनाओं का आदान प्रदान हो सके।
4. जेलों से संचालित हो रहे गैंग एवं अपराधों पर प्रभावी अंकुश लगाने हेतु जेलों में निरूद्ध कुख्यात अपराधियों की गतिविधियों पर सतर्क दृष्टि रखते हुए जेल अधीक्षकों से समन्व्य बनाए रखने हेतु निर्देशित किया गया । साथ ही अपराधियों से मिलने आए सभी व्यक्तियों पर सतर्क दृष्टि बनाए रखने हेतु भी निर्देशित किया गया,ताकि किसी अपरिहार्य घटना को घटित होने से रोका जा सकें।
5. राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में संलिप्त अपराधी, जो कि विदेशों में रहकर उत्तराखण्ड राज्य में रंगदारी व हत्या आदि के अपराध में संलिप्त रहते है उनके विरूद्व मुखबिरों एव तकनीकी रूप से सूचना संकलन कर वैधानिक कार्यवाही करने के निर्देश दिये ।
6. कुख्यात अपराधियों के विरूद्व माननीय न्यायालय में विचाराधीन अभियोग के गवाहों की सुरक्षा के दृष्टिगत लगातार निगरानी रखी जाये। साथ ही कुख्यात अपराधियों के विरूद्व ऐसे अभियोगों का पर्यवेक्षण प्रत्येक जनपद के राजपत्रित अधिकारी द्वारा किया जायेगा।
7. वन्य जीव अपराधों को रोकने के लिए वन विभाग, स्थानीय पुलिस, स्थानीय अभिसूचना इकाई से समन्वय स्थापित कर विशेष निगरानी रखे जिससे वन अपराधों से सम्बन्धित अपराध पर अंकुश लगाया जा सके तथा वन्य जीव तस्करों के पुराने व नये गिरोह के सम्बन्ध में सूचना संकलन हेतु मुखबिर तन्त्र सक्रिय किया जाये।
8. वर्तमान में नवयुवको में बढ रही नशे की प्रवृत्ति के दृष्टिगत् स्कूल, कालेजो में जागरूकता अभियान चलाने के साथ-साथ स्कूल / कॉलेजो के आसपास ऐसे सप्लायरों को चिन्ह्ति किया जाये जोकि नारकोटिक्स (नशे) से सम्बन्धित पदार्थो का अवैध व्यापार करते है। आदतन नशे की प्रवत्ति वाले युवक व युवतियों की काउन्सलिंग कर उन्हें रिहाब (Rehab) सेन्टर में भेजा जाये तथा नशे के व्यापार करने वालो के विरूद्व जनपद स्तर से भी PITS एन0डी0पी0एस0 में कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया ।
9. ऐसे अधिकारी/ कर्मचारिगण जिनके द्वारा साईबर क्राईम अपराध से सम्बन्धित विभिन्न प्रशिक्षण प्राप्त किये जा चुके है उनके द्वारा जनपद के साईबर सैल में नियुक्ति दी जायेगी ।
10. वर्तमान में साईबर से सम्बन्धित अपराधों में अप्रत्याशित वृद्वि होने के कारण अभियोग की विवेचना में उच्च गुणवत्ता हेतु अत्याधुनिक तकनीक एवं उपकरणों का प्रयोग करने के साथ-साथ साईबर अपराध के निस्तारण हेतु थाने स्तर पर भी पुलिस अधिकारियों/ कर्मचारिगणों को प्रशिक्षण प्रदान किया जाये। आर्थिक अपराधों में विवेचना हेतु जनपदो को एस0ओ0पी0 जारी करने हेतु निर्देशित किया गया।
11. साईबर अपराधों से सम्बन्धित नये उपकरणों व सॉफ्टवेयर क्रय करने का प्रस्ताव प्रेषित करने हेतु निर्देशित किया गया एवं सोशल मीडिया पर निगरानी हेतु एस0टी0एफ0, सी0सी0पी0एस0, डाईटेक व अभिसूचना ईकाई द्वारा आपस में समन्वय कर कार्यवाही की जाये तथा निर्देशित किया गया है कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एस0टी0एफ0 के पर्यवेक्षण में पुलिस उपाधीक्षक एवं तकनीकी रूप से दक्ष अधिकारियो / कर्मचारियों की अनुसंधान टीम (R&D) का गठन किया जाये जोकि आर्टफिशियल इन्टेलीजेन्स, डार्कवेब एवं नई तकनीको के सम्बन्ध में शोध करेगी।

समीक्षा गोष्ठी में श्री सैथिंल अबूदई कृष्णराज एस0 पुलिस उपमहानिरीक्षक, एस0टी0एफ0, उत्तराखण्ड,सुश्री पी0 रेणुका देवी, पुलिस उपमहानिरीक्षक, अपराध एवं कानून व्यवस्था, उत्तराखण्ड, श्री आयुष अग्रवाल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एस0टी0एफ0, श्री चन्द्रमोहन सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक, एस0टी0एफ0, श्री अंकुश मिश्रा, पुलिस उपाधीक्षक, साइबर, देहरादून, श्री विवेक कुमार, पुलिस उपाधीक्षक,एस0टी0एफ0, श्री सुमित पाण्डे, पुलिस उपाधीक्षक, कुमॉयु, श्री आर0बी0 चमोला, पुलिस उपाधीक्षक,ए0एन0टी0एफ0, समस्त निरीक्षक, एस0टी0एफ0/ सी0सी0पी0एस0/ एन0टी0एफ0 उपस्थित रहें।