Home उत्तराखण्ड दून के सौंदर्य को चार-चांद लगाएंगी एमडीडीए की ये योजनाएं

दून के सौंदर्य को चार-चांद लगाएंगी एमडीडीए की ये योजनाएं

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-शहर की गायब होती हरियाली को वापस लाएगा एमडीडीए, ईस्ट कैनाल रोड पर दोनों ओर लगेंगे जामुन के पेड़

-बरसाती मौसम में शहर के विभिन्न इलाकों में लगाए जाएंगे फलदार पौधे

-शहर में 25 स्थानों पर बनेंगे नए पार्क, सूची हुई तैयार, सहस्त्रधारा रोड पर हेलीपैड के सामने सिटी पार्क में प्राकृतिक नाले का होगा सौन्दर्यकरण

देहरादून। दून को पहले की तरह हरा-भरा बनाने के लिए एमडीडीए ने शहर में विभिन्न योजनाओं पर कार्य करने का निर्णय लिया है। इसी क्रम में एमडीडीए ने तय किया है कि ईस्ट कैनाल रोड के दोनों ओर जामुन के पौधों का रोपण किया जायेगा। इसके साथ ही बरसाती सीजन में शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में एक लाख के करीब फलदार पौधे रोपे जाएंगे। वहीं, शहर में प्राधिकरण ने ऐसे 25 स्थल तय किए हैं जहां पर नए पार्कों का निर्माण किया जाएगा।

ईसी रोड पर लगेंगे जामुन के पेड़

दून की आबोहवा पहले से ही जामुन के पेड़ों के लिए मुफीद रही है। अब एमडीडीए ने निर्णय लिया है कि शहर की ईसी रोड पर सर्वे चौक से लेकर आराघर पुलिस चौकी के पास तक सड़क के दोनों ओर जामुन के पौधे रोपे जाएंगे।

यहां लगेंगे 1 लाख पौधे

एमडीडीए उपाध्यक्ष श्री वंशीधर तिवारी ने बताया कि बरसाती मौसम के दौरान प्राधिकरण शहर में एक लाख फलदार पौधे लगाएगा। इसमें आम, लीची, जामुन आदि प्रजाति के पौधे शामिल होंगे। यह पौधे आईटी पार्क के पास स्थित पंचायत राज निदेशालय की जमीन के अलावा मोथरोवाला रोड, टीएचडीसी रोड, दून यूनिवर्सिटी रोड आदि में रोपे जाएंगे।

25 नए पार्कों का भी होगा निर्माण

उपाध्यक्ष ने बताया कि शहर में 25 स्थान ऐसे तय किये गए हैं जहां पर नवीन पार्कों का निर्माण किया जाएगा। बताया कि इनकी सूची तैयार कर ली गई है और प्राधिकरण के उद्यान विभाग को इस पर कार्य करने के निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं।

सिटी पार्क से गुजर रहे प्राकृतिक नाले का भी होगा सौन्दर्यकरण

देहरादून। सहस्त्रधारा रोड पर हेलीपैड के ठीक सामने एमडीडीए ने अपनी महत्वकांक्षी ‘सिटी पार्क योजना’ पर काम शुरू कर दिया है। वर्तमान में यहां सिविल के कार्य गतिमान हैं, जिसके बाद लैंडस्केप आदि के कार्य होंगे। उपाध्यक्ष ने बताया कि पार्क के बीचोंबीच एक प्राकृतिक नाला गुजर रहा है जिसका भी सौन्दर्यकरण किया जाएगा। प्रयास है कि इस पर सहस्त्रधारा के समान छोटे छोटे चेक डैम बनाए जाएं, जिसमें टयूबवेल के जरिये वाटर सप्लाई की जाएगी। गर्मियों में सहस्त्रधारा की तर्ज पर इस स्थल को विकसित करने की योजना है।

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