विजिलेंस टीम ने 16 हजार रुपये की रिश्वत लेते सीएमओ दफ्तर के लेखाकार को रंगे हाथ आैर रिश्वत की मांग करने पर अपर मुख्य चिकित्साधिकारी को गिरफ्तार कर लिया है। इससे स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। पुलिस ने दोनों आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है और मंगलवार को कोर्ट में पेश करेगी।
ग्राम गोसीकुआं खटीमा ऊधम सिंह नगर निवासी राजेंद्र सिंह मेहता पुत्र स्व.शोबन सिंह मेहता ने विजिलेंस दफ्तर हल्द्वानी में शिकायत की थी कि वह श्री पूर्णागिरी देवभूमि उत्थान समिति के अध्यक्ष भी हैं। समिति से स्वास्थ्य विभाग की ओर से क्षय रोग के निदान के लिए जिले के गांवाें में नुक्कड़ नाटकों के जरिये प्रचार किए गए थे।
प्रचार आदि की धनराशि का भुगतान की मांग की तो सीएमओ दफ्तर में तैनात लेखाकार अनिल जोशी पुत्र शेखर चंद्र जोशी निवासी हल्दूचौड़, लालकुआं नैनीताल ने 16 हजार रुपये रिश्वत मांग की।कहा कि भुगतान तभी करेंगे, जब 16 हजार रुपये कमीशन देंगे। एसीएमओ डाक्टर तपन शर्मा ने भी रिश्वत की मांग की।विजिलेंस टीम ने मामले की अपने स्तर से जांच की तो शिकायत सही पाई गई। पुलिस उपाधीक्षक दीपशिक्षा अग्रवाल के पर्यवेक्षण में विलिलेंस टीम ने सोमवार को सीएमओ दफ्तर में लेखाकार को रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ ली। साथ ही रिश्वत की मांग के आरोप में पकड़ लिया।मूल रुप से मोहल्ला पक्का कटरा कोतवाली आंवला जिला बरेली उत्तर प्रदेश के रहने वाले एसीएमओ डा. शर्मा पुराना जिला अस्पताल परिसर स्थित सरकारी आवास में रहते हैं। पुलिस ने अारोपितों के साथ दस्तावेजों को भी जब्त कर लिया है। टीम मंगलवार को कोर्ट में पेश करेंगी। जांच की कार्रवाई अभी चल रही है।