रिपोर्टर दीपक भारद्वाज सितारगंज
वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता व कांग्रेसी नेता ललित कुमार आर्य आज उत्तराखंड सरकार पर बेरोजगारों के साथ छल करने का लगाया आरोप में श्री आर्य ने बताया कि उत्तराखंड में बेरोजगारों का बहुत बुरा हाल है भाजपा सरकार शुरुआत से बेरोजगारों के साथ भददा मजाक कर रही है सैकड़ों बार विज्ञापन के माध्यम से नियुक्तियां निकाली गई पर सब ठंडे बस्ते में डाल दी गई प्रशिक्षित बेरोजगार का और बुरा हाल है आईटीआई प्रशिक्षित युवाओं को दो साल तक कंपनियों में ररार में रखकर बाहर का रास्ता दिखा रही है फैक्ट्रियां उद्योग अपनी कंपनी मनमर्जी पर है आलम यह है कि श्रम विभाग ने अप्रैल कोरोना काल मैं कोविड-19 महामारी को देखते हुए तीन माह की अधिसूचना एक पाली 12 घंटे की जिसमें 1 घंटे का विश्राम तथा ओवरटाइम का प्रावधान था उसके बाद श्रम विभाग की नई अधिसूचना जारी ना होने के कारण कंपनियां व फैक्ट्रियां अभी भी 12 घंटे का कार्य करा रही हैं जो श्रमिकों के अभी भी 12 घंटे का कार्य करा रही है जो श्रमिकों के साथ उत्पीड़न है श्रम शिकायती पत्र सचिव श्रम की बेबसाईट पर मेरे द्वारा डाला गया जिसका दो दिन मैं निस्तारण करने का आश्वासन दिया गया उत्तराखंड के बेरोजगार संगठन असमंजस की स्थिति में है बेरोजगारों को जलता दीया दिखाया जा रहा है रोशनी दिखा कर शांत कर सरकार अंधेरे में रख रही है सरकार ने बेरोजगारों के लिए कोई ठोस नितियां योजना नहीं बना रही हैं बेरोजगारों को इतना भ्रमित किया जा रहा है कि बेरोजगार हताश निराश परेशान सरकार के रवैया को देख रहे हैं ललित आर्य ने बताया कि मैं बेरोजगारों के साथ हूं बेरोजगारों को संघर्ष करना पड़ेगा की०एड०/वी०टी०सी आई०टी०आई० व प्रशिक्षित लोग अपने को ठगा सा महसूस कर रहे हैं मंडी विभाग व स्वास्थ्य विभाग व अन्य कई विभागों ने दस पंद्रह वर्षों से कांटेक्ट पर कार्य कर रहे लोगों उपनल कर्मियों को बाहर का रास्ता दिया जिन पर रोजी रोटी का संकटा आ खड़ा हुआ है बेरोजगारों को अपने हक की आवाज उठानी पड़ेगी ललित आर्य ने बताया कि सभी मुद्दे पर सरकार को चेता रहे हैं तथा सरकार पर दबाव बना रहे हैं