सितारगंज। पूर्व विधायक नारायण पाल और कांग्रेसी कार्यकर्ता तीन जून को सरकार एवं फैक्ट्रियों की दमनकारी नीतियों व शोषण के खिलाफ तथा सितारगंज व शक्तिफार्म की औद्योगिक इकाईयों एवं शिक्षित बेरोजगारों व मजदूरों की लड़ाई हेतु उप जिलाधिकारी कार्यालय पर धरना प्रदर्शन करेंगे। इसको लेकर पूर्व विधायक द्वारा बकायदा पर्चे छपवाकर वितरित भी किए गए हैं।
पूर्व विधायक नारायण पाल ने कहा है कि पहले भी क्षेत्रीय लोगों के रोजगार, उचित सैलरी एवं सिडकुल सितारगंज में अनियमितताओं एवं शक्तिफार्म सितारगंज के मजदूरों के हक की अनेक मांगों को लेकर कई बार सरकार को अवगत कराया गया। एवं धरना प्रदर्शन भी किया गया। इसी कड़ी में एक बार पुन: तीन जून बुधवार को लाकडाउन के दौरान सिडकुल सितारगंज की कम्पनियों में काम करने वाले मजदूरों को सरकार के तमाम दावों के बावजूद भी मजदूरों की सैलरी नहीं मिल रही है। जिससे क्षेत्र के 5000 मजदूर प्रभावित हुए है।
सरकार द्वारा श्रमिकों के कार्य अवधि को 8 घंटे से बढ़ाकर 12 घंटे कर श्रमिकों का शोषण किया जा रहा है। तो वही क्षेत्र में बहुत से स्थानीय बेरोजगार हो गए हैं सरकार उनको रोजगार देने के लिए तत्काल निर्णय ले। पूर्व विधायक के अनुसार सिडकुल क्षेत्र की कंपनियों में ईपीएफ एवं ईएसआई के नाम पर श्रमिकों की सैलरी से पैसा काट लिया जाता है लेकिन श्रमिकों को इसका लाभ नहीं मिलता है। कंपनियों द्वारा श्रमिकों के लिए चिकित्सा एवं यातायात की सुविधा भी ना के बराबर है जिसके कारण समय समय पर कई मजदूरों को अपनी जान गवानी पड़ी है।
पूर्व विधायक का यह भी कहना है कि अधिकांश कंपनियों ने लेबर सप्लाई का जिम्मा प्राईवेट कांटेक्टर का दिया है जससे कांटेक्टर एवं फैक्ट्री प्रबंधन लेबर डिपार्टमेंट आपस में अनैतिक गठजोड़ करके श्रमिकों का शोषण कर रहे हैं।