भगवान बद्रीविशाल के कपाट ग्रीष्म काल के लिए खोल दिए गए हैं लेकिन कोरोना वायरस ने भगवान बद्रीविशाल के धाम में पहुंचने वाले तीर्थ यात्रियों के आवागमन पर ब्रेक लगा दिया है जिसकी वजह से स्थानीय व्यापारियों के साथ-साथ स्वयं सहायता समूहों को भी भारी नुकसान हो रहा है जोशीमठ में अन्नपूर्णा स्वयं सहायता समूह पिछले कई वर्षों से भगवान बद्री विशाल के मंदिर में प्रसाद के रूप में चौलाई के लड्डू वितरित करते थे जिससे महिलाओं की आजीविका में भी काफी वृद्धि हो रही थी हर वर्ष लगभग 7 से 8 लाख चौलाई से निर्मित लड्डुओं को प्रसाद के रूप में बद्रीनाथ धाम भेजा जाता था लेकिन कोरोनावायरस ने महिलाओं की आजीविका को भी प्रभावित कर के रख दिया है। स्वयं सहायता समूह अध्यक्षा श्रीमती शांति देवी चौहान ने कहा कि सरकार उनको इस विपत्ति की घड़ी में मदद करें क्योंकि महिलाओं को यात्रा काल में यात्रा प्रवाहित होने से भारी नुकसान हो रहा है उनका कहना है कि बैंक द्वारा उन्होंने स्वयं सहायता समूह को चलाने के लिए ऋण भी लिया हुआ है जिसे वापस लौटाने में भी आने वाले समय में काफी दिक्कत है वह सकती हैं