ऋषिकेश। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नमामि गंगे योजना के दौरान गोमुख से लेकर गंगासागर तक चलाए जा रहे गंगा को निर्मल बनाए जाने के अभियान को आश्रमों की नगरी कहलाए जाने वाले ऋषिकेश के स्वर्ग आश्रम क्षेत्र में ही गंदे नाले सीधे गंगा में बहा कर गंगा को प्रदूषित किया जा रहा है जिस के विरोध में रविवार को नगर पंचायत जोंक की अध्यक्ष शकुंतला राजपूत तथा सभासद नमामि गंगे के संयोजक गजेंद्र नागर और नमामि गंगे के प्रदेश संयोजक कपिल गुप्ता के नेतृत्व में सीवेज पंपिंग स्टेशन पर जोरदार प्रदर्शन कर अपना विरोध प्रकट किया गया प्रदर्शन के दौरान शकुंतला राजपूत ने उपस्थिति को संबोधित करते हुए कहा कि जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गंगा को निर्मल व स्वच्छ बनाए जाने के लिए करोड़ों रुपए की योजनाएं चला रहे हैं वहीं तीर्थ नगरी ऋषिकेश में गंदे नालों को गंगा जी में सीधे डालकर प्रदूषित किया जा रहा है जिसके कारण गंगाजल आचमन योग्य भी नहीं रह गया है लेकिन अब उनके नेतृत्व में यह अभियान लगातार जारी रहेगा जिसे लेकर यह प्रदर्शन किया गया है प्रदर्शन करने वालों मैं गुरुपाल बत्रा, ब्रजेश चतुर्वेदी, मनीष राजपूत मोहन नगर संजय अग्रवाल सहित अन्य लोग भी उपस्थित थे।
गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई के अधीक्षण अभियंता हरिश बंसल का क्या नाम था कि स्वर्ग आश्रम क्षेत्र में गंगा में पडने वाले नालों को रोकने के लिए नमामि गंगे परियोजना के तहत वेद निकेतन के नजदीक शिवराज पंप से सटे स्थान पर 70 लाख की लागत से सेफ्टी टैंक का निर्माण किया जा रहा है जिसके बाद सभी गंदे नालों को गंगा में पड़ने से रोक दिया जाएगा यह कार्य वर्ष 20 19 से पहले पूर्ण कर लिया जाएगा।