स्थान / देवाल
रिपोर्ट / गिरीश चंदोला
थराली / देवाल : उत्तराखंड को भले ही ऊर्जा प्रदेश के नाम से जाना जाता हो लेकिन प्रदेश के दूरस्थ क्षेत्रों की गाथा कुछ अलग ही बयां करती हैं।
चमोली जनपद के दूरस्थ क्षेत्र कूलिंग गांव के ग्रामीण अपने पैतृक गांव देदीना मैं आजादी के 70 साल बाद भी बिजली न होने से अंधेरे में जीवन यापन कर रही थे लेकिन ग्रामीणों के निरंतर प्रयास के चलते सरकार को आखिरकार घुटने टेकने ही पड़े और कूलिंग गांव के देदीना नामक तो पर विद्युत आपूर्ति संचालित होने से ग्रामीणों के चेहरे खिल उठे स्थानीय लोगों ने विद्युत विभाग एवं सरकार का शुक्रिया अदा किया सरकार का जो घर घर बिजली पहुंचाने का संकल्प था वह अब धीरे-धीरे पूरा होता नजर आ रहा है।
2013 की आपदा से कूलिंग गाँव आपदा की मार झेल रहा था एवं यहां के लोगों कि जो पैतृक भूमि देदीना नामक तो पर है .सरकार के द्वारा इनको वहां पर विस्थापन किया गया है. परंतु बिजली न होने से ग्रामीणों को अंधेरे में जीवन यापन करता पड़ रहा था। अब गांव में घर घर बिजली चमचमाती नजर आ रही है. और लोगों में खुशी देखने को मिल रही है।