Home उत्तराखण्ड विज्ञान को और अधिक व्यावहारिक तौर पर समझ सकेंगे छात्र-छात्राएं

विज्ञान को और अधिक व्यावहारिक तौर पर समझ सकेंगे छात्र-छात्राएं

435
1
SHARE

स्कूली बच्चें जिन बातों को किताबों में पढ़कर कल्पनाएं विकसित करते है, उन्हें अब चमोली जिले के कोठियालसैंण में अम्बेडकर भवन में बनाए गए आकर्षक साइंस पार्क में देखा जा सकता है। यहाॅ पर आने वाला हर शख्स विशेषकर स्कूली बच्चें विज्ञान को व्यवहारिक तौर पर समझ सकेंगे। जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया की खास पहल पर अम्बेडकर भवन कोठियालसैंण में साइंस पार्क का शुभांरभ हो चुका है।

इस अवसर पर मंत्री विद्यालयी शिक्षा, प्रौढ शिक्षा, खेल, युवा कल्याण एवं पंचायती राज मंत्री अरविन्द पाण्डेय ने गुरूवार को कोठियासैंण में सांइस पार्क का विधिवत् उद्घाटन करते हुए जिलाधिकारी की इस नई पहल की जमकर प्रंशासा की। सांइस पार्क में उपकरणों की प्रर्दशनी का अवलोकन करते हुए मंत्री ने कहा कि डीएम की यह पहल बेहद सराहनीय है। बच्चों को किताब के बजाय प्रेक्टिकल करके सिखाना बहुत अच्छा प्रयोग है। निश्चित रूप से इससे स्कूली बच्चों को बहुत ही आसानी से सांइस और गणित के सिद्वांतो को समझने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि जीवन में महत्वपूर्ण सांइस के बेसिक पहलुओं को हम सबको भी सिखना और समझना चाहिए। उन्होंने जिला प्रशासन को नवाचारी विकास कार्यो के लिए अपनी शुभाकामनाएं भी दी। सांइस पार्क के उद्घाटन के अवसर पर बद्रीनाथ विधायक महेन्द्र भट्ट, कर्णप्रयाग विधायक सुरेन्द्र सिंह नेगी, थराली विधायक मुन्नी देवी शाह ने भी व्यवहारिक सांइस ज्ञान के लिए डीएम की इस पहल की खूब सराहना की। इस दौरान जिलाधिकारी ने मंत्री एवं विधायकगणों को पुष्प गुच्छ एवं स्मृति चिन्ह भेंट करते हुए उनका स्वागत भी किया।

जिलाधिकारी के प्रयासों से अम्बेडकर भवन में स्थापित सांइस पार्क में बिरला साइंस म्यूजियम हैदराबाद से विज्ञान के सिद्वांतों को समझाने के लिए 31 साइंस उपकरणों की आकर्षक प्रदर्शनी लगाई गई है। जिसमें ग्रेविटी क्रिएशन, ऊर्जा, लाईट, इलूजन, रिफलेक्शन, पेंडुलम, न्यूटन लाॅ-एक्शन व रिऐक्शन, आर्कमिडीज प्रिंसिपल, पाइथागोरस, ब्लैक होल, स्ट्रेंज मिरर, जाइलोफोन आदि सांइस के सिद्वातों को व्यवहारिक तौर पर समझाने वाले उपकरण शामिल है। स्कूल खुलने पर विद्यार्थियों को साइंस पार्क का शैक्षिक भ्रमण कराया जाएगा। यहाॅ पर बच्चे सांइस के सिद्वातों को समझने के साथ साथ खुद बैठकर इनोवेशन भी कर सकेंगे। अपने आप प्रयोग करके प्रैक्टिकल ढंग से सिद्वांतों को समझने पर विद्यार्थियों की लाॅजिकल थिकिंग भी विकसित होगी। जिलाधिकारी के प्रयासों से ग्रामीण निर्माण विभाग के माध्यम से 35 लाख की लागत से अम्बेडकर भवन में बहुत ही आकर्षक सांइस पार्क तैयार किया गया है। यहाॅ पर बिरला साइंस म्यूजियम हैदराबाद से सांइस के विशेष उपकरणों के अलावा दुनिया के जाने माने महान वैज्ञानिकों के पोस्टरों की प्रदर्शनी भी लगाई गई है। जिसमें वैज्ञानिकों की खोज के बारे में जानकारी दी गई है। जिलाधिकारी की यह खास पहल निश्चित रूप से आने वाले समय में बच्चों को वैज्ञानिक सिद्वांत समझाने में और सांइस एवं गणित विषयों में उनकी रूचि बढाने में वरदान साबित होगी। इस आकर्षक सांइस पार्क के संचालन की जिम्मेदारी शिक्षा विभाग को सौंपी गई है।

हरेला पर्व में सांइस पार्क के उद्घाटन के अवसर पर पौधारोपण भी किया गया। थराली विधायक मुन्नी देवी शाह, जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया, मुख्य विकास अधिकारी हंसादत्त पांडे ने सांइस पार्क के प्रांगणन में सजावटी पौधों का रोपण किया। इस अवसर पर मुख्य शिक्षा अधिकारी एलएम चमोला, आरडब्लूडी के ईई अल्ला दिया, एई एलपी भट्ट आदि अधिकारी भी मौजूद थे।

1 COMMENT

  1. When someone writes an piece of writing he/she keeps
    the image of a user in his/her mind that how a user can know it.
    So that’s why this paragraph is great. Thanks!

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here