बद्रीनाथ धाम की यात्रा देवस्थानम बोर्ड के द्वारा 1 जुलाई से आरंभ कर दी गई है लेकिन ब्रह्म कपाल तीर्थ पुरोहित समिति के सदस्यों ने इस यात्रा का विरोध करते हुए सरकार को ज्ञापन भेजा है कि यात्रा को करो ना संक्रमण के मद्देनजर अभी यात्रा शुरू नहीं करनी चाहिए कहना है कि उत्तराखंड राज्य के अभी कई जिले ऐसे हैं जहां पर लगातार कोरोना संक्रमित व्यक्ति के केस पॉजिटिव पाए जा रहे हैं अगर भूल बस कोई व्यक्ति यात्रा पर आता है तो उससे पहाड़ों में भी कोरोना फैलने का खतरा बना रहेगा गौरतलब है कि 15 मई को भगवान बद्री विशाल के कपाट ग्रीष्म काल के लिए खोल दिए गए थे लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते यात्रियों को बद्रीनाथ धाम में आने की अनुमति नहीं दी गई 8 जून से यात्रा शुरू करने की तैयारी सरकार ने की लेकिन स्थानीय हक हकूक धारी, पंडा समाज, ब्रह्म कपाल तीर्थ पुरोहित समिति के लोगों ने इसका विरोध किया जिसके बाद सरकार ने 1 जुलाई से यात्रा आरंभ करने की बात कही, 1 जुलाई से बद्रीनाथ धाम में उत्तराखंड राज्य के विभिन्न जिलों से तीर्थयात्री भगवान बद्री विशाल के दर्शन कर सकते हैं हालांकि अभी इक्का-दुक्का लोग ही दर्शनों के लिए पहुंच रहे हैं लेकिन सरकार और देवस्थानम बोर्ड को उम्मीद है कि यह यात्रा धीरे-धीरे बढ़ती जाएगी।
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