देहरादून
हरीश रावत सरकार में विधानसभा कूच के दौरान हुए हंगामे में घायल हुआ था पुलिस विभाग का घोड़ा शक्तिमान
तत्कालीन विधायक गणेश जोशी पर शक्तिमान को डंडे से घायल करने के लगे थे आरोप
इलाज के दौरान कुछ समय बाद हो गई थी शक्तिमान घोड़े की मौत
पूरा मामला साल 2016 का हर जब विधानसभा सत्र के दौरान भाजपा सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस के खिलाफ विधानसभा कूच के दौरान प्रदर्शन कर रही थी इसी दौरान प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए घुड़सवार पुलिस भी तैनात किये गए थे लेकिन प्रदर्शन इतना उग्र हो चला था कि धक्का-मुक्की के बीच पुलिस विभाग के शक्तिमान घोड़े की एक टांग सड़क पर लगे पैराफिट में फंसने से टूट गई जिसके बाद शक्तिमान घोड़े का लंबे समय तल पुलिस लाइन में देशी विदेशी डॉक्टरों द्वारा इलाज भी चला लेकिन आख़िरकार पुलिस का शक्तिमान घोड़ा शहीद हो गया था जिसके बाद इस मामले का आरोप तत्कालिन मसूरी विधायक गणेश जोशी पर लगा था।वहीं पूरे मामले ने तूल तब पकड़ा, जब इलाज के दौरान शक्तिमान घोड़े की मौत हो गई। लिहाजा विधायक गणेश जोशी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भी लिया गया था। पूरे प्रकरण में गणेश जोशी ने यह तक कहा कि अगर उन पर लगे आरोप साबित हो गए तो उनके पैर काट दिए जाएं। उन्होंने कहा कि अगर मैं दोषी पाया गया तो हर सजा भुगतने के लिए तैयार हूं। जिसके बाद से ही मामला कोर्ट में लंबित चल रहा था। लेकिन आज गुरुवार को सीजेएम कोर्ट में इस प्रकरण को लेकर हुई सुनवाई में कोर्ट ने गणेश जोशी के दोष मुक्त करार दे दिया है।
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