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बावड़ी मंदिर में नए महंत की चादरपोशी की अफवाह पर विवाद, जमकर हुई गाली-गलौज और धक्का-मुक्की

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बावड़ी मंदिर में नए महंत की चादरपोशी की अफवाह पर विवाद, जमकर हुई गाली-गलौज और धक्का-मुक्की

गौतमाश्रम गंगभेवा बावड़ी के महंत जयानंद भारती कई वर्षों बाद मंदिर में पहुंचे। मंदिर प्रबंधन समिति के पदाधिकारियों और आसपास के गांवों के ग्रामीणों में अफवाह फैल गई कि मंदिर में नए महंत की चादरपोशी की जा रही है

देहरादून के विकासनगर में मंदिर श्री गंगभेवा जी गौतमाश्रम गंगभेवा बावड़ी की व्यवस्था संचालन को लेकर विवाद तूल पकड़ लिया। बृहस्पतिवार को मंदिर में नए महंत की चादरपोशी की अफवाह फैलने पर मंदिर प्रबंधन और प्रतिष्ठा सेवा समिति के लोग आपस भीड़ गए। मंदिर परिसर में ही जमकर गाली-गलौज और धक्का-मुक्की हुई। सूचना पर कोतवाली प्रभारी राजेश शाह पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। करीब दो घंटे तक समझाने के बाद मामला शांत हुआ

बृहस्पतिवार को गौतमाश्रम गंगभेवा बावड़ी के महंत जयानंद भारती कई वर्षों बाद मंदिर में पहुंचे। उन्होंने प्रतिष्ठा सेवा समिति ट्रस्ट के सदस्यों के साथ मंदिर में पूजा-अर्चना की। उसके बाद मंदिर में नवरात्र के उपलक्ष्य में घट की स्थापना की गई। इस बीच बावड़ी मंदिर प्रबंधन समिति के पदाधिकारियों और आसपास के गांवों के ग्रामीणों में अफवाह फैल गई कि मंदिर में नए महंत की चादरपोशी की जा रही है। दोपहर करीब 12.30 बजे प्रबंधन समिति और आसपास के गांवों के दर्जनों लोग मौके पर पहुंच गए।

दोनों पक्षों में बहस शुरू हो गई। उसके बाद गाली-गलौज और धक्का-मुक्की भी हुई। सूचना पर कोतवाली प्रभारी राजेश साह मौके पर पहुंचे। उन्होंने दोनों पक्षों को जमकर फटकार लगाई। कहा कि मामला न्यायालय में विचाराधीन है। इसलिए दोनों पक्षों को न्यायालय के निर्णय का इंतजार करना चाहिए।

कहा कि चार अक्तूबर को न्यायालय में सुनवाई भी है। इस दौरान दोनों पक्ष कई बार एक दूसरे से भिड़े। कोतवाली प्रभारी ने दोनों पक्षों के पांच-पांच लोगों से मंदिर परिसर में बने एक कमरे में वार्ता की। दोपहर करीब ढाई बजे मामला शांत हुआ। कोतवाली प्रभारी ने बताया कि मामले में एसडीएम को 145 की कार्रवाई के लिए रिपोर्ट भेजी जा रही है।

मौजूदा प्रबंधन समिति अवैध है। मंदिर के महंत ने प्रतिष्ठा सेवा समिति ट्रस्ट के पदाधिकारियों को मंदिर में पूजन की व्यवस्था का कार्य सौंपा था। समिति से जुड़े नरेश चौहान दैनिक पूजा कार्य कर रहे थे। अवैध समिति से जुड़े लोगों ने उनके साथ अभद्रता और धक्का-मुक्की की। अफवाह फैलाई कि मंदिर में नए महंत की चादरपोशी की जा रही है। एसडीएम जांच रिपोर्ट में स्पष्ट करें कि प्रबंधन समिति वैध या अवैध है।
– गिरीश डालाकोटी, संस्थापक एवं अध्यक्ष, प्रतिष्ठा सेवा समिति ट्रस्ट

प्रतिष्ठा सेवा समिति ट्रस्ट की मंशा मंदिर और उसकी संपत्ति को कब्जाने की है। बिना किसी अधिकार के ट्रस्ट मंदिर के पूजन और व्यवस्था में व्यवधान उत्पन्न कर रही है। ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने मंदिर के पुजारियों और कर्मचारियों से अभद्रता की। सूचना पर समिति के पदाधिकारी और आसपास के ग्रामीण मंदिर में पहुंचे। मेरे द्वारा किसी तरह ग्रामीणों को शांत करवाया गया। मामला न्यायालय में है तो सभी को निर्णय का इंतजार करना चाहिए। ट्रस्ट के पदाधिकारी माहौल बिगाड़ने के साथ मंदिर परिसर की गरिमा को भंग कर रहे हैं।
– रविंद्र चौहान, अध्यक्ष, मंदिर श्री गंगभेवा जी गौतमाश्रम गंगभेवा बावड़ी