दुर्गम क्षेत्रों में रह रहे हार्ट पेशेंट के लिए AIIMS Rishikesh की खास पहल, ड्रोन से पहुंचाई दवाएं
AIIMS Rishikesh एम्स ऋषिकेश ने विश्व हृदय दिवस के अवसर पर दुर्गम क्षेत्रों में रहने वाले हृदय रोगियों के लिए एक अनोखी पहल की। एम्स ने ड्रोन के माध्यम से चंबा में रक्तचाप और मधुमेह की दवाएं पहुंचाईं। यह पहल उन लोगों के लिए एक बड़ी राहत है जो दुर्गम क्षेत्रों में रहते हैं और उन्हें समय पर दवाएं नहीं मिल पाती हैं।
विश्व हृदय दिवस के उपलक्ष्य में एम्स ऋषिकेश ने दुर्गम क्षेत्रों में रह रहे हृदय रोगियों के लिए चंबा में दवाएं पहुंचाकर खास पहल की। ड्रोन में रक्तचाप व मधुमेह की दवाएं भेजी गई।
शुक्रवार को एम्स के हेलीपैड से 10 किलोग्राम का पेलोड दवाओं के साथ टिहरी के चंबा ब्लाक में भेजा गया। 5,600 फीट से अधिक की ऊंचाई पर स्थित चंबा ब्लाक तक पहुंचने में ड्रोन को 30 मिनट का समय लगा। ड्रोन संचालन टीम ने यह दवाएं स्वास्थ्य विभाग को उपलब्ध कराई, जिसे दुर्गम क्षेत्रों में रह रहे हृदय रोगियों तक पहुंचाया जाएगा।
दुर्गम व अधिक ऊंचाई वाले स्थान में दवाई पहुंचाना बड़ी सफलता
एम्स की कार्यकारी निदेशक प्रो. मीनू सिंह ने कहा कि विषम परिस्थितियों में चिकित्सा रेस्क्यू में ड्रोन काफी मददगार साबित हो रहे हैं। चंबा जैसे दुर्गम व अधिक ऊंचाई वाले स्थान में दवाई पहुंचाना बड़ी सफलता है। भविष्य में ड्रोन के उपयोगों में वृद्धि की जाएगी।
सीएफएम विभाग के एडिशनल प्रोफेसर डा. प्रदीप अग्रवाल ने कहा कि पहाड़ी क्षेत्रों में कई मौतों का कारण दवाओं का समय पर नहीं मिलना होता है। पर्वतीय क्षेत्रों में कई बार बीपी व शुगर की दवाओं की कमी देखी जाती है, क्योंकि मार्ग अवरूद्ध होने के कारण संपर्क टूट जाता है। ऐसी विपरीत परिस्थितियों में ड्रोन जीवनदायिनी की भूमिका निभाएंगे।