केदारनाथ यात्रा ने फिर पकड़ी रफ्तार, 2 दिन में 20 हजार से अधिक श्रद्धालु धाम के लिए रवाना; कारोबारियों के खिले चेहरे
केदारनाथ धाम में श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या से व्यापारियों के चेहरे खिल उठे हैं। पिछले दो दिनों में 20 हजार से अधिक तीर्थयात्री धाम के लिए रवाना हुए हैं। इससे यात्रा पड़ावों पर रौनक बढ़ गई है और व्यापारियों को उम्मीद है कि आने वाले डेढ़ महीने में बड़ी संख्या में श्रद्धालु धाम पहुंचेंगे। बार-बार हाईवे अवरुद्ध होने से संख्या में गिरावट आ रही थी।
केदारनाथ धाम की द्वितीय चरण की यात्रा ने गति पकड़ ली है। पिछले दो दिन में सोनप्रयाग से 20 हजार से अधिक तीर्थयात्री धाम के लिए रवाना हुए हैं। श्रद्धालुओं की चहलकदमी बढ़ने से यात्रा पड़ावों की रौनक भी बढ़ गई है। इससे यात्रा मार्ग के सभी व्यापारियों के चेहरे खिल उठे हैं।
जुलाई में आई आपदा में क्षतिग्रस्त हो गया था पैदल मार्ग
गत 31 जुलाई को आपदा से केदारनाथ हाईवे के साथ ही पैदल मार्ग बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था। इसके बाद लगातार हो रही भारी वर्षा से सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच हाईवे बार-बार अवरुद्ध हो रहा था। इससे तीर्थ यात्रियों की संख्या में भारी गिरावट आ गई थी।
बुकिंग रद हो जाने निराश थे कारोबारी
केदारघाटी के होटल और लाज में सितंबर के प्रथम व द्वितीय सप्ताह की अधिकांश बुकिंग रद हो जाने से व्यापारी निराश थे। पिछले दो दिन में मौसम अनुकूल होने से यात्रियों की संख्या तेजी से बढ़ी। शनिवार को 11,600 पैदल तीर्थयात्री सोनप्रयाग से धाम के लिए रवाना हुए, जबकि रविवार को 8,500 से अधिक।
पूर्व में एक से दो हजार यात्री ही बाबा केदार के दर्शन को जा रहे थे। हालांकि, बीते वर्षों में भी 15 सितंबर के बाद यात्रियों की संख्या बढ़ जाती थी, लेकिन इस बार पिछले तीन दिन जो भारी वर्षा हुई व्यापारी उससे चिंतित थे।
आपदा के बाद यात्रियों की संख्या में आई भारी कमी
केदारघाटी होटल एसोसिएशन के सचिव नितिन जमलोकी ने बताया कि आपदा के बाद यात्रियों की संख्या में भारी कमी आ गई थी। सितंबर शुरू होने के बावजूद वर्षा का दौर जारी था, होटल व लाज की बुकिंग रद हो रही थी।
पिछले दो दिन में जिस तरह यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है, उससे उम्मीद है कि आगामी डेढ़ माह में बड़ी संख्या में तीर्थयात्री धाम पहुंचेंगे। श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया कि यात्रियों के लिए सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त कर ली गई हैं।