श्री केदारनाथ धाम यात्रा शुरू हुए 22 दिन हो चुके हैं और यात्रा अब अपनी लय पकड़ चुकी है। इन 22 दिनों में 5 लाख 88 हजार 7 सौ 90 श्रद्धालुओं ने बाबा केदारनाथ के दर्शन कर चुके हैं तथा वर्तमान में औसतन 20 हजार श्रद्धालु प्रतिदिन बाबा केदारनाथ के दर्शन कर रहे हैं। देश-विदेश से केदारपुरी पहुंचने वाले भक्तों को कोई परेशानी न हो इसके लिए जिला प्रशासन प्रतिबद्धता के साथ प्रयास कर रहा है। विशेष तौर पर पैदल यात्रा मार्ग पर श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो इसके लिए रोजाना निरीक्षण, समीक्षा और एक्शन हो रहे हैं।
पैदल यात्रा मार्ग पर यात्री, घोड़े-खच्चर, डण्डी-कंडी, पिट्ठू और दुकानों का संचालन तारतम्यता के साथ करवाना जिला प्रशासन की सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक है। ऐसे में पैदल यात्रा मार्ग पर समन्वय एवं तारतम्य स्थापित करने के लिए मार्ग को आठ पड़ावों में बांटा गया है। सभी पड़ावों पर सेक्टर अधिकारी और विभिन्न सुरक्षा बल नियमित तौर पर तैनात हैं।
वहीं अन्य अधिकारी-कर्मचारी समय-समय पर यात्रा मार्ग का निरीक्षण करने भी पहुंच रहे हैं। पैदल मार्ग पर यात्री, घोड़े-खच्चर, डण्डी-कंडी, पिट्ठू और दुकानदारों की सुरक्षा के दृष्टिगत आपदा प्रबंधन विभाग लगातार मार्ग में निरीक्षण कर डेंजर जोन में लगी दुकान एवं फड़ हटवा रहा है। पिछले वर्षों में डेंजर जोन में हुई दुर्घटनाओं को देखते हुए इस वर्ष इस ओर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
आपदा की दृष्टि से बेहद संवेदनशील केदार घाटी में अवैध दुकानों एवं अतिक्रमण के चलते कोई दुर्घटना न हो इसके लिए गुप्तकाशी से लेकर फाटा, रामपुर, सीतापुर, सोनप्रयाग, गौरीकुंड एवं पैदल मार्ग पर लगातार अतिक्रमण एवं दुकानों को हटाने के लिए लगातार अभियान चलाया जा रहा है।
अब तक लगभग 42 अवैध दुकानें हटाई जा चुकी हैं। वहीं यात्रा मार्ग पर प्रतिबंधित स्थानों, मुख्य मार्ग एवं पैदल मार्ग के 50 मीटर के दायरे में घोड़े-खच्चर खड़े करने पर तय मानकों की अनियमितता एवं नियमों के उल्लंघन पर अब तक 150 से अधिक घोड़े-खच्चरों का चालान कर उन्हें ब्लॉक किया जा चुका है। श्री केदारनाथ धाम पहुंच रहे श्रद्धालु जिला प्रशासन के इस प्रयास की सराहना कर रहे हैं।