देहरादून:
कॉंग्रेस ने विधायक और सरकार की नीयत पर सवाल उठाए हैं। वहीं बीजेपी ने भी अपने विधायक से जवाब तलब किया है , अपना नाम इस घोटाले में आने के बाद प्रमोद नैनवाल ने अपना पक्ष मीडिया के सामने रखा है , विधायक का कहना है कि उद्यान विभाग की एक योजना के अनुसार सेब के पेड़ों में 50 % की सब्सिडी सरकार की ओर से दी गयी थी जिसके आधार पर उनके भाई सतीश नैनवाल ने 2400 पेड़ लगाए थे हालांकि जिस याचिकाकर्ता ने हाई कोर्ट में शिकायत की उनके अनुसार विधायक के पास तो इतनी ज़मीन ही नहीं है जिसमे इतनी संख्या में पेड़ लगाए जा सकते हैँ।
विधायक प्रमोद नैनवाल ने इस आरोप को निराधार बताते हुए कहा है कि यह आरोप एक षड्यंत्र के तहत उनकी छवि को धूमिल करने के लिए लगाए गए हैँ जिन पेड़ों कि बात याचिकाकर्ता ने की है वह उनके नहीं बल्कि उनके भाई सतीश नैनवाल द्वारा लिए गए हैँ और उनका नाम इस पूरे प्रकरण में बेवजह लिया जा रहा है , उन्हें इस पूरे मामले में जांच होने से कोई शिकायत नहीं है अगर किसी को उनकी संलिप्तता इस मामले में लगती है तो इसकी पारदर्शी जांच करवाई जाए।