मद्महेश्वर धाम में फंसे हैं ढाई सौ से ज्यादा पर्यटक और तीर्थं यात्री वहा फसें लोग हो रहें है परेशान गौंडार गांव और अन्य पड़ावो मे रह रहें पर्यटको के लिए राशन भी खत्म होता जा रहा है वहा फसें यात्रियों ने ऑडियो मैसेज भेज कर सरकार से जल्द मदद की गुहार लगाई है
आपको बता दें कि मदमहेश्वर घाटी की सीमांत ग्राम पंचायत गौंडार गांव के बनातोली में नदी पर बना पुल मूसलाधार बारिश व नदी के उफान में आने के कारण नदी में समा गया है। पुल के नदी में समाने के कारण मदमहेश्वर धाम सहित यात्रा पड़ावों का संपर्क गौंडार गांव से कट गया है।
यात्रा पड़ावों पर सैकड़ों यात्री फस गए हैं।क्षेत्र में हो रही मूसलाधार बारिश के कारण मधु गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ने से ग्रामीणों में भय बना हुआ है। मधु गंगा का जल स्तर लगातार बढ़ने से मधु गंगा नदी में जुगा पर बना पुल भी खतरे की जद में आ गया है। मदमहेश्वर यात्रा के बनातोली पडाव में लगातार नदी का कटाव होने से बनातोली यात्रा पडाव भी खतरे की जद में आ गया है। तहसील प्रशासन ने मदमहेश्वर यात्रा पड़ावों पर फंसे तीर्थ यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी है।
मध्यमहेश्वर या मदमहेश्वर भारत के उत्तराखंड के गढ़वाल हिमालय के एक गाँव गौंडर में स्थित शिव को समर्पित एक हिंदू मंदिर है। 3,497 मीटर की ऊंचाई पर स्थित, यह पंच केदार तीर्थयात्रा सर्किटों में से एक है, जिसमें गढ़वाल क्षेत्र में पांच शिव मंदिर शामिल हैं