जम्मू-कश्मीर पुलिस ने शुक्रवार (21 जुलाई) को मध्य कश्मीर के श्रीनगर जिले में लश्कर-ए-तैयबा के उग्रवाद फंडिंग मामले में एक और स्वयंभू पत्रकार को गिरफ्तार करने का दावा किया है. पुलिस कथित मॉड्यूल के पांच सदस्यों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है, जिसमें दो महिला अलगाववादी नेता भी शामिल हैं.
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने कहा कि धारा 120बी, 121,121ए आईपीसी और यूएलएपी अधिनियम की धारा 13,18,39,40 के तहत एफआईआर संख्या 20/23 की जांच जारी रखते हुए, जिसमें 31.65 लाख की वसूली की गई, एक और आरोपी मुजामिल जहूर निवासी है. इंदरगाम पट्टन को गिरफ्तार कर लिया गया है.
बैंक में फर्जी खाता
पुलिस ने उनकी तस्वीर के साथ एक ट्वीट में कहा, “वह एक स्वयंभू पत्रकार भी है.” जम्मू-कश्मीर पुलिस के अनुसार आरोपी ने प्रतिबंधित लश्कर-ए-तैयबा संगठन की गतिविधियों को आगे बढ़ाने से संबंधित लेनदेन के लिए एक बैंक में जाली पहचान पर एक फर्जी खाता खोला था. इस खाते में उसे लश्कर-ए-तैयबा के मुख्य आतंकी हवाला ऑपरेटर से आतंकी गतिविधियों के लिए लाखों की धनराशि प्राप्त हुई थी.
आपत्तिजनक सामग्री की गई जब्त
गिरफ्तारी के समय आरोपी के पास से आपत्तिजनक सामग्री भी जब्त की गई है. उन्होंने बताया कि हिरासत में जांच के लिए आरोपी को सात (7) दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया है. इस मामले में पांच आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है, जिनके नाम उमर दिल डार, सालिक मेहराज, बिलाल अहमद सिद्दीकी, जमरूदा हबीब और यासमीन राजा हैं.
पुलिस ने कहा कि और गिरफ्तारियों से भी इंकार नहीं किया जा सकता है. पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि पुलिस को अपने तंत्र से पता चला था कि बडगाम के खाग इलाके में लश्कर ए तैयबा ने अपने ओवरग्राउंड वर्करों का एक नया माडयूल तैयार किया है.
पुलिस सूत्र बताते हैं कि स्वयंभू पत्रकार कुछ समय उत्तराखंड में भी रहकर काम कर चुका है