वन भूमि में चारा बोने को लेकर एक दिन पूर्व खटीमा वन विभाग व गुर्जरों के बीच विवाद हो गया था आज वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर खेत जुताई को रुकवा दिया सुरई रेंज के कक्ष संख्या 09 में वन भूमि में बसे गुर्जरों द्वारा पशुओं के चारा बोनो के लिए खेत की जुताई कर चारा बोनो की शिकायत पर डिप्टी रेंजर सतीश रेखाडी भारी बल के साथ मौके पर पहुंचे।
वन भूमि जोतने से रोक दिया गया था वहीं वन क्षेत्राधिकारी राजेंद्र सिंह मनराल अग्रिम कार्यवाही तक वन भूमि में यथास्थिति बनाये रखने तक गुज़र्रों से अपील की थी घटना के दूसरे दिन सुरई वन क्षेत्राधिकारी राजेन्द्र सिंह मनराल भारी फोर्स के साथ साइफन चौकी पहुंचे और गुज़र्र वस्ती के चारों और JCB की मदद से वन भूमि को संरक्षित करने के लिए प्रोटेक्शन वॉल यानी सीमांकन गहरी नालीप खोदी गई ।
और ग्रामीणों से सीमांकन लाइन तक रहने की अपील की इस दौरान वन भूमि संरक्षित करने के दौरान एक हेड पंप का हत्था तथा जानवरों को बांधने की झोपड़ी क्षतिग्रस्त हो गई, वहीं गुर्जर ग्रामीणों ने खटीमा उप जिलाधिकारी रविंद्र बिष्ट की उपस्थिति में वन विभाग पर मूलभूत सुविधाओं से वंचित करने का आरोप लगाया खुदाई के दौरान कई घरों की बिजली लाइन भी तोड़ दी गई है,
जिसके चलते वन विभाग और ग्रामीणों के बीच काफी देर तक नोकझोंक हुई सुरक्षा की दृष्टि से वन विभाग को पुलिस की मदद लेनी पड़ी और स्थिति पर समन्वय बनाने के लिए खटीमा एसडीएम रविंद्र बिष्ट को सामने आना पड़ा और ग्रामीण उसको समझा-बुझाकर शांत किया गया।