मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से शुक्रवार को मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय में आईटीबीपी के आईजी संजय गुंज्याल के नेतृत्व में आईटीबीपी के अधिकारियों ने भेंट की। उन्होंने आईटीबीपी से संबंधित विभिन्न कार्यकलापों की जानकारी मुख्यमंत्री को दी।
मुख्यमंत्री ने आईटीबीपी द्वारा संचालित कार्यों की सराहना करते हुए आईटीबीपी से सम्बन्धित विभिन्न विषयों पर राज्य सरकार के स्तर पर होने वाली कार्यवाही में शीघ्रता का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री ने आईटीबीपी के असिस्टेंट कमांडेट शहीद टीकम सिंह नेगी की पत्नी को सेवायोजित किये जाने के संबंध में भी कहा कि इस प्रकरण में भी राज्य सरकार पूरी तरह से शहीद के परिवार के साथ खड़ी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश सेवा में संलग्न सेना एवं अर्द्धसैनिक बलों से संबंधित कार्यों का निस्तारण प्राथमिकता के आधार पर किया जायेगा उन्होंने देश सेवा के लिये सवोच्च बलिदान देने वाले शहीदों के सम्मान में सड़क व स्कूलों आदि के नाम उनके नाम पर रखे जानी की बात कही।
आईजी गुंज्याल ने मुख्यमंत्री से आईटीबीपी के फ्रंटियर हेडक्वार्टर के लिये भू परिवर्तन की स्वीकृति तथा सीमावर्ती क्षेत्रों में भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ किये जाने की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस बार बदरीनाथ, केदारनाथ में कपाट बंद होने के बाद सुरक्षा की जिम्मेदारी आईटीबीपी को सौंपी गयी थी। उन्होंने बॉर्डर आउटपोस्ट से संबंधित प्रकरणों के निस्तारण का अनुरोध भी मुख्यमंत्री से किया तथा बताया कि उत्तराखण्ड के निवासियों का आईटीबीपी में सक्रिय योगदान रहा है।
इस अवसर पर डी.आई.जी. रंजीत राणा, डी.आई.जी. मनु महाराज, डी.आई.जी. आर.के. वर्मा, डी.आई.जी. आर.के. नरवाल, सेनानी पीयूष पुष्कर, अरुण रौथाण तथा पी.आर.ओ राजीव नेगी भी उपस्थित थे।